अजिंक्य रहाणे ने लगाई इंग्लैंड में सेंचुरी, क्या बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिलेगा मौका?

Updated: Mon, Sep 02 2024 12:16 IST
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भारत के सीनियर बल्लेबाज और पूर्व टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे बेशक टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं लेकिन उन्होंने अभी भी वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। रहाणे ने इस साल के अंत में होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश की है। उन्होंने ग्लैमरगन के खिलाफ काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन टू मैच के अंतिम दिन लीसेस्टरशायर फॉक्स के लिए अपना पहला शतक जड़कर ये बता दिया कि वो अभी भी वापसी करने का दम रखते हैं।

रहाणे ने पीटर हैंड्सकॉम्ब के साथ मिलकर अपनी टीम की वापसी की अगुआई की। ग्लैमरगन के 550/9 के विशाल स्कोर के बाद, लीसेस्टरशायर 299 रन से पीछे था और उन पर मैच बचाने का दबाव था। ऐसे में रहाणे पर फोकस था और उन्होंने अपनी टीम के लिए मैच को ड्रॉ कराने में अपना सबकुछ झोंक दिया। रहाणे, जिन्हें दुलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया था, ने उस समय कमाल दिखाया जब उनकी टीम को उनकी सबसे अधिक आवश्यकता थी, उन्होंने अपना 40वां प्रथम श्रेणी शतक बनाया।

एक अच्छी शुरुआत के बाद, लीसेस्टरशायर ने आठ गेंदों के अंतराल में सलामी बल्लेबाज ऋषि पटेल और कप्तान लुईस हिल को खो दिया और तब अपनी टीम की डूबती हुई नैया को संभालने की जिम्मेदारी रहाणे पर आ गई। रहाणे शुरुआत में सतर्क थे लेकिन जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया। उन्होंने अपने साथी इयान हॉलैंड को खो दिया, उसके बाद उनके साथी विदेशी मध्यक्रम बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब उनके साथ शामिल हुए।

इन दोनों ने पहली पारी में 40-40 रन बनाए थे और एक बार फिर से दोनों की बारी थी। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 183 रनों की साझेदारी की और ग्लैमरगन के आक्रमण को रोकते हुए अपने-अपने शतक जड़े। रहाणे 102 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन हैंड्सकॉम्ब ने पारी जारी रखी और नाबाद रहते हुए अपनी टीम के लिए मैच ड्रॉ करा दिया।

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257 के स्कोर पर रहाणे के आउट होने के बाद लीसेस्टरशायर ने कुछ और विकेट खो दिए थे, लेकिन हैंड्सकॉम्ब ने एक छोर पर मजबूती से टिके रहकर सुनिश्चित किया कि ग्लैमरगन को मैच में वापसी का मौका ना मिले। लीसेस्टरशायर ने 70 रनों की बढ़त के साथ 369/6 का स्कोर बनाया और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। लीसेस्टरशायर सिर्फ एक जीत और नौ ड्रॉ के साथ तालिका में चौथे स्थान पर रहा। जहां तक ​​रहाणे का सवाल है, वो भले ही इस समय टीम से बाहर चल रहे हों, लेकिन ये शतक इससे बेहतर समय पर नहीं आ सकता था, क्योंकि चयनकर्ता आने वाले दिनों में बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा करने वाले हैं। ऐसे में अगर रहाणे पर वो एक बार फिर से भरोसा जताते हैं तो हमें हैरानी नहीं होनी चाहिए।

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