वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम को चुनते वक्त इन बातों का रखा गया खास ख्याल, दिया ऐसा बयान
15 अप्रैल। इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से शुरू होने वाले वनडे विश्व कप के लिए सोमवार को भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया। टीम चयन में ऋषभ पंत के युवा जोश पर दिनेश कार्तिक का अनुभव भारी पड़ गया।
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने अंबाती रायडू के स्थान पर हरफनमौला विजय शंकर को विश्व कप का टिकट दिया।
विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम में तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर लोकेश राहुल को जगह मिली, वहीं चौथे तेज गेंदबाज का चयन नहीं किया गया। इसकी जगह रवींद्र जडेजा के रूप में तीसरा स्पिनर टीम में शामिल किया गया है।
टीम चयन से पहले दूसरे रिजर्व विकेटकीपर को लेकर पंत और कार्तिक में प्रतिस्पर्धा थी, लेकिन चयन समिति को लगा कि पंत अभी विश्व कप के लिए तैयार नहीं हैं और कार्तिक का अनुभव प्रमुख विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौूजदगी में टीम के काम आ सकता है।
प्रसाद ने कहा, "हमने पंत और कार्तिक पर विचार किया। कार्तिक एक अनुभवी खिलाड़ी हैं इसलिए हमने उन्हें चुना। जब टीम में महेंद्र सिंह धोनी नहीं होंगे तब मुश्किल समय में टीम को संभालने के लिए एक अनुभवी खिलाड़ी चाहिए जो शांत रहकर मैच को संभाल सके। इस मामले में कार्तिक आगे निकल गए।"
प्रसाद ने कहा, "हमने इस पर काफी लंबी चर्चा की। हम सभी एक मत पर सहमत हुए कि पंत या कार्तिक यह अंतिम-11 में तभी खेलेंगे जब धोनी नहीं होंगे। ऐसे में अगर आप कोई अहम मैच लें, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल, वहां अनुभव और विकेटकीपिंग मायने रखेगी।"
नंबर-4 को लेकर भी काफी असमंजस की स्थिति थी। इस रेस में कुछ दिनों पहले तक अंबाती रायडू का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा था, लेकिन हालिया आस्ट्रेलिया सीरीज में रायडू ने चयनकर्ताओं को निराश किया। साथ ही शंकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए नंबर-3 और नंबर-4 पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में पांच सदस्यीय चयन समिति ने शंकर को चुना। शंकर को चुनने का एक और कारण उनकी तेज गेंदबाजी भी है जो इंग्लैंड में टीम के काम आ सकती है।
शंकर के चयन को लेकर प्रसाद ने कहा, "चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद हमने मध्य क्रम में कई खिलाड़ियों को मौके दिए। दिनेश कार्तिक को भी, मनीष पांडे को भी, अंबाती रायडू को भी लेकिन विजय शंकर के साथ यह है कि वह बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकते हैं। अगर इंग्लैंड की परिस्थतियां पक्ष में रहती हैं तो वह अहम किरदार निभा सकते हैं। वह अच्छे गेंदबाज हैं। हमने उन्हें नंबर-4 को ध्यान में रखकर ही चुना है, लेकिन टीम में दिनेश कार्तिक और केदार जाधव भी। अब हमारे पास नंबर-4 के कई विकल्प हैं।"
शंकर के टीम में आने से चौथे तेज गेंदबाजी की कमी भी पूरी की जा सकती है और इसी कारण वह रायडू को पछाड़ गए। शंकर के अलावा टीम में एक और हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या हैं जो तेज गेंदबाजी कर सकते हैं। इन्हीं दो के कारण चयनकर्ताओं ने चौथे तेज गेंदबाज को नहीं चुना।
प्रसाद ने कहा, "तीन प्रमुख तेज गेंदबाजों के अलावा हमारे पास टीम में हार्दिक भी हैं जो तेज गेंदबाजी करते हैं और फिर शंकर भी हैं। वहीं दो स्पिनरों के अलावा केदार जाधव भी स्पिन कर लते हैं। तो हमारे पास सात गेंदबाजों हो जाते हैं। मैं आश्वस्त हूं कि यह हमारे पास मौजूद सबसे संतुलित टीम है।"
टीम में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के तौर पर प्रमुख स्पिनर हैं, लेकिन चयन समिति ने जडेजा को भी टीम विश्व कप टीम में जगह दी है।
जडेजा को शामिल करने के सवाल पर मुख्य चयनकर्ता ने कहा, "बीते डेढ़ साल में इन दोनों ने हमें मैच जिताए हैं, लेकिन ऐसी स्थिति आ सकती है जब आपको एक अतिरिक्त हरफनमौला खिलाड़ी की जरूरत पड़े, जो जडेजा हैं। वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड में जब विकेट थोड़ी बहुत सूखी होंगी, तब जडेजा काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। इसलिए हमने उन्हें चुना।"
टीम में हालांकि चौथे तेज गेंदबाज को लेकर खलील अहमद और नवदीप सैनी पर भी चर्चा की गई थी। प्रसाद ने कहा है कि चार गेंदबाज रिजर्व के तौर पर इंग्लैंड जाएंगे लेकिन यह चार कौन होंगे इन पर फैसला बाद में लिया जाएगा। भारत को विश्व कप में अपना पहला मैच पांच जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है।
टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), विजय शंकर, रवींद्र जडेजा।