21 साल बाद 1898 में लगा था टेस्ट क्रिकेट का पहला छक्का, 3 बार स्टेडियम पार हुई गेंद
1st six in Test cricket: क्रिकेट का खेल पूरी तरह से बदल चुका है या यूं कह लें कि क्रिकेट में आए नए नियम ने इसे पूरी तरह से बल्लेबाजों की ओर मोड़ दिया है। आज के टाइम में बल्लेबाज पावरप्ले का जमकर फायदा उठाते हैं और पहले ओवर से ही गेंदबाजों पर टूट पड़ते हैं। टी-20 हो या टेस्ट, क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अब रनों के साथ-साथ छक्कों की बारिश देखने को मिलती है। आज के टाइम में हर फॉर्मेट में बल्लेबाज तेजी से रन बनाने की कोशिश करता है।
हालांकि, शुरुआत से ऐसा नहीं था आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इंटरनेशनल क्रिकेट में पहला छक्का पहले टेस्ट खेले जाने के लगभग 21 साल बाद 1898 में लगाया था। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जो डार्लिंग वो खिलाड़ी थे जिनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में पहला छक्का लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। जो डार्लिंग ने 14 जनवरी 1898 को इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान ये कारनामा किया था।
यह भी पढ़ें: 16 साल के सचिन तेंदुलकर ने जब कपिल देव के साथ की बैटिंग, कीवियों के उड़ाए परखच्चे
उस दौर में छक्का लगाने के लिए गेंद को मैदान के बाहर मारना पड़ता था। जो डार्लिंग ने उस मैच में ये कारनामा तीन बार किया था। दशकों पहले क्रिकेट के नियम थोड़ा अलग थे मतलब सीधे शब्दों में समझें तो बिना टप्पा खाए गेंद अगर बाउंड्री लाइन के बाहर पहुंचती थी तब बल्लेबाज को 6 रन की जगह 5 रन मिलते थे।
जो डार्लिंग उस मैच में अलग ही लय में बल्लेबाजी करते हुए नजर आए थे। जो डार्लिंग के बल्ले से निकले 178 रनों की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 573 रन बनाए। जो डार्लिंग ने इस पारी के दौरान 26 चौके और 3 छक्के जड़े थे।
Also Read: Asia Cup 2022 Scorecard
इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया के पहाड़ जैसे लक्ष्य के सामने टिक ना सकी औऱ पहली पारी में 278 और दूसरी पारी में महज 282 पर सिमट गई। जो डार्लिंग की पारी के बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच पारी और 13 रनों से जीतने में कामयाबी पाई।