बल्लेबाजों के लिये मैच में आखिरी रन तक लड़ना जरूरी : धोनी
मेलबर्न/नई दिल्ली, 23 दिसंबर (CRICKETNMORE) । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-2 से पिछड़ने के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि बल्लेबाजों के लिये मैच में आखिरी रन तक लड़ना जरूरी होता है फिर परिणाम कुछ भी हो। टीम के प्रदर्शन से निराश धोनी ने कहा कि 125 से 130 रनों के लक्ष्य के सामने आखिरी में हाथ छोड़ देने की आदत को बदलना होगा। बल्लेबाजों के लिये जरूरी होता है कि वे आखिरी रन तक मैदान पर संघर्ष करें। उसके बाद परिणाम जो भी हो वह स्वीकार होगा।
उन्होंने कहा कि यह देखना अच्छा है कि तेज गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में लगातार संघर्ष कर रहे हैं और अपनी ओर से विकेट निकालने के लिये 100 फीसदी योगदान दे रहे हैं। यदि मैच में खिलाड़ी आखिरी में कुछ 50 से 70 रन जोड़ते और साझेदारियां निभाते तो दूसरे टेस्ट का परिणाम कुछ और हो सकता था।
धोनी के नेतृत्व में युवा टीम फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में उसी को हराने में नाकाम साबित हो रही है जबकि इससे पहले सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों ने मेजबान टीम को कड़ा संघर्ष करने के लिये मजबूर किया था। हालांकि भारतीय कप्तान मानते हैं कि युवा खिलाड़ियों के लिये यह सीखने का एक अच्छा मौका है। उन्होंने कहा कि इसी को अनुभव कहते हैं जितना हमारे खिलाड़ी विदेशों में खेलेंगे उतना ही उन्हें अनुभव मिलेगा। वे जितना खेलेंगे उतना सीखेंगे क्योंकि अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता है और उन्हें कहीं और से अनुभव नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि भारत ने वर्ष 2011-12 से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया में लगातार छह टेस्ट हारे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप