BCCI ने घरेलू क्रिकेट के नियमों के किए कई बदलाव, बल्लेबाज बीच पारी में रिटायर हुआ तो होगा आउट, लेकिन अगर..
BCCI Domestic Cricket Rule Change: भारतीय क्रिकेट में नए घरेलू सत्र शुक्रवार (11 अक्टूबर) को रणजी ट्रॉफी के पहले दौर के साथ शुरू हो गया। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं।
पहला नियम है कि अगर कोई बल्लेबाज बिना चोट या बीमारी के किसी कारण से रिटायर हो जाता है, तो उसे तुरंत आउट मान लिया जाएगा। उसके बाद वह उस पारी में दोबारा बल्लेबाजी नहीं कर पाएगा,, भले ही विरोधी टीम के कप्तान भी इसके लिए इसके लिए तैयार हो। यह नियम घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट के मुकाबलों पर लागू होगा, यहां तक की सुपर ओवर की परिस्थिति में भी इसे लागू किया जाएगा।
इसके अलावा गेंदबाजी में, यदि किसी टीम ने गेंद पर लार लगाई है, तो पेनल्टी लगाने के अलावा गेंद को तुरंत बदलना होगा।
वहीं अगर बल्लेबाज एक रन दौड़ने के बाद रुक जाता है और ओवरथ्रो के बाद दोबारा एक दूसरे को क्रॉस करने से पहले अगर गेंद बाउंड्री पर चली जीता है तो स्कोर में सिर्फ 4 रन ही जुड़ेगे। पहले ओवरथ्रो के साथ दौड़कर लिए हे रन भी जोड़े जाते थे। बोर्ड का कहना है कि इस नियम को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान हुए समझौते के तहत बदला गया है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सीके नायडू प्रतियोगिता और पॉइंट बंटवारे को लेकर कुछ बदलाव किए हैं। इसमें दो परिस्थिति को सामने रखते हुए पॉइंट बंटवारे के बारे में बताया गया है।
पहली परिस्थिति में अगर टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 98 ओवरों में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे। वहीं फील्डिंग करने के दौरान अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिलते हैं तो उसका स्कोर अब 98 ओवरों में 403 हो जाएगा और उसे 5 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे।
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वहीं दूसरी परिस्थिति में अगर टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 100.1 ओवर में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे। वहीं फील्डिंग में करते समय अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिले, तो उसका स्कोर 100.1 ओवर में 403 रन तो हो जाएंगे लेकिन उस 5वां बैटिंग पॉइंट नहीं मिलेगा।