गेंदबाजों को प्रदर्शन से निराश नहीं होना चाहिए- पुजारा
नॉटिंघम/नई दिल्ली, 13 जुलाई (हि.स.) । भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों द्वारा आखिरी विकेट के लिए हुए रिकार्ड साझेदारी पर भारतीय कलात्मक बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में उनकी टीम का गेंदबाजी प्रदर्शन अच्छा रहा और उन्हें जो रूट और जेम्स एंडरसन के बीच यहां आखिरी विकेट के लिए 198 रन की रिकॉर्ड साझेदारी से निराश नहीं होना चाहिए।
रूट 154 रन बनाकर नाबाद रहे हैं जबकि एंडरसन (81) ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक बनाया। इससे इंग्लैंड ने 496 रन बनाये और फिर भारत को तीन करारे झटके दिये। पुजारा ने कहा, इस विकेट का मिजाज अभी तक सभी दिन एक जैसा रहा। आज यह थोड़ा धीमा था। इस पिच पर विकेट लेना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा, जब गेंद नयी हो तो फिर पिच से कुछ हासिल किया जा सकता है लेकिन पुरानी गेंद से गेंदबाजी करना आसान नहीं है। आप बल्लेबाज को कैच या पगबाधा आउट कर सकते हो। इसलिए उनके आखिरी विकेट को साझेदारी करते हुए देखना निराशाजनक रहा। गेंद ज्यादा टर्न नहीं ले रही है और तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिल रही है। इसलिए हमने इस पिच पर जिस तरह से गेंदबाजी की उससे हमें अधिक निराश नहीं होना चाहिए।
इंग्लैंड ने पहली पारी में 39 रन की बढ़त ली। इसके जवाब में भारत ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने के समय अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट पर 167 रन बनाये हैं और उसे 128 रन की बढ़त हासिल हो चुकी है।
भारत की तरफ से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने रूट की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, वह अच्छा बल्लेबाज है और मैं 2012-13 के दौरे से उसे देख रहा हूं जब वह भारत आया था और उसने वहां भी रन बनाये थे। निश्चित तौर पर बल्लेबाज के रूप में हमें उसका सम्मान करना चाहिए लेकिन जब वह अगली बार बल्लेबाजी के लिये आये तो हमें उसे जल्द से जल्द आउट करने का तरीका ढूंढना होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द