100वें टेस्ट मैच में विजयी चौका लगाना विशेष अहसास : पुजारा
भारत द्वारा ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट में हराए जाने के बाद अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को खुलासा किया कि वह बहुत घबराए हुए थे। उनका पूरा परिवार यहां अरुण जेटली स्टेडियम में उनके 100वें टेस्ट मैच को देखने आए थे, लेकिन अंतत: टीम के लिए विजयी बाउंड्री मारने का अनुभव खास था।
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हरा दिया। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली।
पुजारा ने कहा, यह एक अच्छा टेस्ट मैच रहा, दुर्भाग्य से मुझे पहली पारी में कोई रन बनाने का मौका नहीं मिला। लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं पहले 10 मिनट तक मैदान पर टिकता हूं तो मैं स्कोर कर सकता हूं। मैं बहुत नर्वस था क्योंकि मेरा पूरा परिवार यहां था। अंत में विजयी बाउंड्री मारने का एक विशेष एहसास था।
35 वर्षीय बल्लेबाज ने यह भी उल्लेख किया कि टीम दूसरे दिन की गेंदबाजी से थोड़ी निराश थी, लेकिन तीसरे दिन गेंदबाजों ने शानदार काम किया।
पुजारा ने कहा, यह एक अच्छा टेस्ट मैच रहा, दुर्भाग्य से मुझे पहली पारी में कोई रन बनाने का मौका नहीं मिला। लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं पहले 10 मिनट तक मैदान पर टिकता हूं तो मैं स्कोर कर सकता हूं। मैं बहुत नर्वस था क्योंकि मेरा पूरा परिवार यहां था। अंत में विजयी बाउंड्री मारने का एक विशेष एहसास था।
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अपने स्वीप शॉट्स के बारे में बात करते हुए पुजारा ने कहा कि उन्होंने इसका काफी अभ्यास किया है, लेकिन पिच बल्लेबाजी करने के लिए कठिन नहीं थी। वहीं, दाएं हाथ के बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी खिताब के लिए अपने सौराष्ट्र टीम के साथियों को भी बधाई दी।
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