'मैं तब तक क्रिकेट नहीं देखूंगा जब तक निष्पक्ष सेलेक्शन ना हो जाए'
आगामी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है। हालांकि, इस टीम में अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के ना होने से कई फैंस और क्रिकेट पंडित निराश हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि शमी की अनुपस्थिति टी 20 विश्व कप में भारत को मुश्किल में डाल सकती है। हालांकि, इसी बीच किशनगंज जिले में बिहार के बहादुरगंज विधानसभा के पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने भारतीय फैंस को हैरान कर दिया है।
तौसीफ आलम ने फेसबुक पोस्ट लिखकर कहा है कि वो राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को मुस्लिम खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करने और शमी, मोहम्मद सिराज और खलील अहमद को नजरअंदाज़ करते हुए देखकर स्तब्ध हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि जब तक निष्पक्ष सेलेक्शन नहीं किया जाएगा वो क्रिकेट नहीं देखेंगे।
अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से अपनी तस्वीर के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “मैं तब तक क्रिकेट नहीं देखूंगा जब तक कि एक निष्पक्ष चयन प्रक्रिया नहीं हो जाती। आज मैं हैरान हूं कि कैसे चयनकर्ताओं ने टी20 विश्व कप के लिए (मोहम्मद) शमी, (मोहम्मद) सिराज और खलील अहमद जैसे खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया।'
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तौसीफ आलम के इस विवादित पोस्ट के बाद देशभर में एक बार फिर से हिंदु-मुस्लिम विवाद बढ़ता दिख रहा है। वहीं, अगर इस बयान को छोड़ भी दें तो भी मोहम्मद शमी को पहले 15 में ना रखना सेलेक्टर्स पर भारी पड़ रहा है क्योंकि फैंस शमी का सेलेक्शन ना होने पर काफी निराश नजर आ रहे हैं और बीसीसीआई को ट्रोल भी कर रहे हैं।