निदहास ट्रॉफी में इतिहास बनाने वाले दिनेश कार्तिक ने पहली बार खोला दिल
दिनेश कार्तिक आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राईडर्स के लिए खेलते हुए दिखे थे लेकिन अब वो आगामी आईपीएल सीज़न में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की तरफ से खेलेंगे। फिलहाल कार्तिक अपना क्वारंटाइन पूरा करने के बाद आरसीबी की टीम के साथ जुड़ गए हैं। कार्तिक 19 मार्च को आरसीबी की टीम के साथ जुड़े और ये वही तारीख है जब उन्होंने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाया था।
जी हां, 19 मार्च 2018 को ही कार्तिक ने निदहास ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में करिश्माई पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। बांग्लादेश के खिलाफ इस मुकाबले में भारत को जीत के लिए आखिरी दो ओवर में 34 रन की दरकार थी और कार्तिक बल्लेबाज़ी के लिए काफी लेट आए थे और उस समय ऐसा लग रहा था कि भारत का ये मैच जीत पाना काफी मुश्किल होगा।
मगर कार्तिक ने आकर केवल 8 गेंदों में दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 29 रनों की करिश्माई पारी खेली। इतना ही नहीं भारत को आखिरी गेंद पर 5 रन की दरकार थी लेकिन कार्तिक ने मैच की आखिरी गेंद पर छक्का लगाया और टीम इंडिया को निदहास ट्रॉफी का चैंपियन बना दिया। अब उस पारी को याद करते हुए कार्तिक ने पहली बार दिल खोलकर रिएक्शन दिया है।
आरसीबी के यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कार्तिक ने कहा, “उस मैच में मैं अपनी बारी का इंतजार कर रहा था और जब बारी आई तो मैं मैच में बैटिंग के लिए काफी लेट आया। जब दो ओवरों में 34 रनों की जरूरत हो तब एक बल्लेबाज के तौर पर आप सोचते हैं कि कितनी ज्यादा बाउंड्री लगा सकते हैं। मैं काफी भाग्यशाली रहा कि उस दौरान मेरे बल्ले से अच्छे शॉट निकल गए।"
आगे बोलते हुए कार्तिक ने कहा, ”ये मेरे जीवन का एक अहम दिन था। दुनिया में कई सारे ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिन्हें उनके प्रदर्शन के लिए हमेशा याद किया जाता है। एक क्रिकेटर के तौर पर मुझे भी लोग उस पारी के लिए हमेशा याद रखेंगे।”