हैरी ब्रूक ने मचाई तबाही, वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद 41 गेंदों में लगा दी सेंचुरी
इंग्लैंड के लिए सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद हैरी ब्रूक को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप की टीम में जगह नहीं मिली। इंग्लिश चयनकर्ताओं के इस फैसले से दुनियाभर के क्रिकेट दिग्गज हैरान थे और ब्रूक ने खुद वर्ल्ड कप टीम में ना चुने जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की थी लेकिन अपनी निराशा को साइड पर रखकर ब्रूक ने अब अपने बल्ले से जवाब दिया है।
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हैरी ब्रूक ने द हंड्रेड के 30वें मुकाबले में धमाका करते हुए सिर्फ 41 गेंदों में सेंचुरी लगा दी। ब्रूक की ये सेंचुरी द हंड्रेड के इतिहास में सबसे तेज़ शतक है। नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स के लिए खेलते हुए ब्रूक ने वेल्श फायर के खिलाफ ये तूफानी शतक लगाया और दुनिया को ये बता दिया कि वो वर्ल्ड कप टीम में चुने जाना डिजर्व करते थे। ब्रूक के बल्ले से ये सेंचुरी तब आई जब उनकी टीम अपने शुरुआती तीन विकेट सिर्फ 10 रन पर गंवा चुकी थी।
ब्रूक ने 24 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और फिर तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंचने के लिए सिर्फ 17 गेंदें और खेलीं। ब्रूक 42 गेंदों में 105 रन बनाकर नाबाद रहे और उनकी इस पारी में 11 चौके और 7 छक्के भी देखने को मिले। ब्रूक का 41 गेंदों में बनाया गया शतक हंड्रेड के इतिहास में सबसे तेज़ है। वो विल जैक्स और विल स्मीद के बाद हंड्रेड में शतक लगाने वाले तीसरे पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं।
इसके साथ ही ब्रूक का 105* रन हंड्रेड के इतिहास में ब्यूमोंट (118) और जैक्स (108*) के बाद तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है और नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स खिलाड़ी (पुरुष या महिला) द्वारा अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले सुपरचार्जर्स के लिए पहले संस्करण में जेमिमा रोड्रिग्स ने सर्वाधिक नाबाद 92 रनों की पारी खेली थी लेकिन अब ब्रूक ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, ब्रूक की ये पारी भी उनकी टीम को जीत ना दिला पाई और वेल्श फायर की टीम ने सुपरचार्जर्स द्वारा दिए गए 159 रनों के लक्ष्य को 90 गेंदों में हासिल कर लिया।