टीम इंडिया के लिए खतरनाक हो सकता है ये इंग्लिश बॉलर? रिकॉर्ड रहा है शानदार
भारत के खिलाफ पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड ने तेज़ गेंदबाज़ गस एटकिंसन को मौका दिया है। एटकिंसन चोट के चलते पहले चार मैचों से बाहर थे लेकिन अब वो वापसी करने के लिए तैयार हैं। एटकिंसन ने जुलाई 2024 में लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और उस मैच में शानदार दस विकेट लेकर उन्होंने वेस्टइंडीज को तहस-नहस कर दिया था।
कुल मिलाकर, उन्होंने पूरे टेस्ट में बारह विकेट लिए और दोनों पारियों में पांच-पाँं विकेट लिए। उनके शानदार प्रदर्शन के चलते इंग्लैंड ने वो मैच एक पारी और 114 रनों से जीत लिया था। उस सीरीज में एटकिंसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ़ तीन टेस्ट मैचों में 22 विकेट लिए और अगले ही महीने श्रीलंका के खिलाफ अपनी ऑलराउंड क्षमता का प्रदर्शन भी किया। उस सीरीज में 12 विकेट लेने के अलावा, एटकिंसन इंग्लैंड की सीरीज़ जीत के मुख्य सूत्रधार भी रहे, उन्होंने लॉर्ड्स में एक धमाकेदार शतक सहित 158 रन भी बनाए।
ज़िम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के दौरान एटकिंसन को हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई, जिसके कारण वो वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज और भारत के खिलाफ पहले तीन टेस्ट मैचों से भी बाहर हो गए। उन्हें चौथे टेस्ट के लिए इंग्लिश टीम में शामिल किया गया था, लेकिन इंग्लैंड ने सतर्कता बरती और उन्हें मैदान पर उतरने के लिए जल्दी नहीं की। हालांकि, अब वो ओवल में भारत के खिलाफ निर्णायक मैच के लिए तैयार हैं।
अपने बेजोड़ घरेलू रिकॉर्ड के चलते एटकिंसन भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। उन्होंने केवल सात मैचों में 20.57 की औसत और 30.11 के स्ट्राइक रेट से 37 विकेट लिए हैं। अपनी गति के अलावा एटकिंसन अपनी ऊंचाई का उपयोग करके भी उछाल प्राप्त करते हैं और अगर पिच खेल के साथ-साथ खराब होती है, तो एटकिंसन ओवल में असमान उछाल का फायदा उठा सकते हैं। एटकिंसन गेंद के साथ-साथ बल्ले के साथ भी काफी उपयोगी हैं औऱ वो भारत के लिए निचले क्रम में सिरदर्द बन सकते हैं।
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एटकिंसन ने 16 पारियों में, उन्होंने 23.47 की औसत से 352 रन बनाए हैं। इसके साथ ही बहुत कम लोग जानते हैं कि एटकिंसन सरे के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। ये एक ऐसी टीम है जिसका काउंटी चैंपियनशिप में केनिंग्टन ओवल घरेलू मैदान है। इस प्रकार, उनके पास इस मैदान पर खेलने का पर्याप्त अनुभव है, जो एक और कारण है कि वो पांचवें टेस्ट में भारतीय खिलाड़ियों को परेशान कर सकते हैं।