कानपुर टी-20 में इंग्लैंड गेंदबाजों के बाद मोर्गन, रूट से हारा भारत

Updated: Thu, Jan 26 2017 23:43 IST

कानपुर, 26 जनवरी | कप्तान इयोन मोर्गन (51) और जोए रूट (नाबाद 46) की पारियों की बदौलत इंग्लैंड ने गुरुवार को ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले गए पहले टी-20 मैच में मेजबान भारत को सात विकेट से हरा दिया। इसी के साथ मेहमान टीम ने तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त ले ली है।  इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया और उसे निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट पर 147 रनों पर ही रोक दिया। आसान से लक्ष्य को इंग्लैंड ने 18.1 ओवरों में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। 

भारत की तरफ से महेंद्र सिंह धौनी ने 27 गेंदों में 36 और सुरेश रैना ने 23 गेंदों में 34 रनों की पारी खेल टीम को 147 के स्कोर तक पहुंचाया। इंग्लैंड के लिए मोइन अली ने सर्वाधिक दो विकेट लिए। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।  लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेहमान टीम को जेसन रॉय (19) और सैम बिलिंग्स (22) ने तूफानी शुरुआत दी। दोनों ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिए 3.2 ओवरों में 42 रन जोड़े। कप्तान के तौर पर कोहली ने बनाया सबसे खराब रिकॉर्ड

लेग स्पिनर युजवेन्द्र चहल ने पहले रॉय का डंडा उड़ाया और फिर एक रन बाद बिलिंग्स की भी गिल्लियां बिखेर मेजबानों को मैच में वापस ला दिया।  लेकिन मोर्गन और रूट ने तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी कर भारत के अरमानों पर पानी फेर दिया। दोनों ने 11.3 ओवरों में 7.21 की औसत से रन जोड़े।  मोर्गन ने अपनी कप्तानी पारी में 38 गेंदें खेली और चार छक्के लगाए। उनके बल्ले से सिर्फ एक चौका निकला। मोर्गन ने इस मैच में भारत की तरफ से सर्वाधिक दो विकेट लेने वाले चहल की गेंदों पर दो छक्के लगाए। उन्होंने पार्ट टाइम स्पिनर सुरेश रैना की गेंद पर भी एक छक्का जड़ा। 

मोर्गन तेजी से रन बना रहे थे तो दूसरे छोर पर खड़े रूट ने समझदारी भरी पारी खेली और मोर्गन को स्ट्राइक देते रहे। उन्होंने अपनी पारी में 46 गेंदें खेलीं और चार चौके लगाए।  125 के कुल स्कोर पर रसूल का पहला टी-20 शिकार बनने से पहले मोर्गन खेल के सबसे छोटे प्रारूप में इंग्लैंड की तरफ से 1500 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। वह यह आंकड़ा पार करने वाले कुल 12वें खिलाड़ी हैं। 

मोर्गन के जाने के बाद भी इंग्लैंड को मैच जीतने में दिक्कत नहीं हुई। रूट ने इंग्लैंड के लिए विजयी शॉट लगाया। भारत की तरफ से चहल के अलावा रसूल ने एक विकेट लिया। जसप्रीत बुमराह की गेंद अगर नो बॉल नहीं होती तो रूट के तौर पर उनके खाते में भी एक विकेट होता। 17वें ओवर की पांचवीं गेंद पर बुमराह ने रूट को बोल्ड कर दिया था लेकिन यह नो बॉल थी। 

इससे पहले, बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में विफल रही। एकदिवसीय श्रृंखला में रनों का अंबार लगाने वाली भारतीय बल्लेबाजी इस मैच में ढह गई।  भारत के लिए एक समय 150 के आसपास भी पहुंचना मुश्किल लग रहा था, लेकिन पूर्व कप्तान धौनी और रैना के अहम योगदान ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। 

लोकेश राहुल (8) के साथ पारी की शुरुआत करने आए कप्तान विराट कोहली (29) ने टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की लेकिन क्रिस जोर्डन ने राहुल को 34 के कुल स्कोर पर आउट कर भारत को पहला झटका दिया।  रैना, कोहली के साथ संभल पाते इससे पहले ही कोहली भी 55 के कुल योग पर आउट हो गए। युवराज सिंह भी कुछ खास नहीं कर पाए और 12 रनों का योगदान देकर पवेलियन लौट गए। इस बीच रैना दूसरे छोर से तेजी से रन बटोर रहे थे।  धौनी मैदान पर उतरे तो उम्मीद थी कि रैना के साथ वह टीम को अच्छा स्कोर प्रदान करेंगे लेकिन 100 के स्कोर तक पहुंचने से पहले ही बेन स्टोक्स ने रैना की गिल्लियां बिखेर दीं।  इयोन मॉर्गन ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बने

मनीष पांडे मौके का फायदा उठाने में एक बार फिर नाकाम रहे और तीन रनों का योगदान ही दे सके। धौनी को हार्दिक पांड्या (9) का साथ भी नहीं मिला और वह बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में टाइमल मिल्स के हाथों लपके गए। परवेज रसूल पांच रनों का योगदान दे सके।  इंग्लैंड के लिए अली के अलावा टाइमल मिल्स, क्रिस जोर्डन, लियाम प्लांकट, बेन स्टोक्स को एक-एक विकेट मिला।  मैच के बाद भारतीय कप्तान कोहली ने माना कि इंग्लैंड की टीम मेजबानों से बेहतर खेली और वही जीत की हकदार थी। कोहली ने कहा, "हां, निश्चित ही इंग्लैंड ने हमसे बेहतर खेल दिखाया। हम इस बात को कबूल करते हैं। गेंद से, बल्ले से, और फील्डिंग में वह शानदार थे। इंग्लैंड ने आज उस तरह का प्रदर्शन किया जिसके लिए हम उन्हें जानते हैं। इसका पूरा श्रेय उनके गेंदबाजों को जाता है।"

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