युवराज सिंह ने खोला राज, रिटायरमेंट लेने के फैसले को लेकर दिया यह बयान, उनके साथ हो रही थी ऐसी राजनीति
27 सितंबर। भले ही युवराज सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लेकिन उनकी लोकप्रियता फैन्स के बीच बनी हुई है। युवराज कभी भी कुछ कहते हैं तो वो खबर काफी वायरल हो जाती है।
ऐसे में युवराज सिंह ने एक हालिया बयान में अपने रिटायरमेंट के फैसले के पीछे जिस तरह की सिचुएशन से उनका सामना हुआ उस बारे में बात की है।
गौरतलब है कि युवराज सिंह भारत की दो वर्ल्ड चैंपियन 2007 में वर्ल्ड टी20 और 2011 में वर्ल्ड कप टीमों का हिस्सा रहे थे। आगे क्लिक करके जाने►
युवराज सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब यो-यो टेस्ट की शुरुआत हुई थी उससे पहले उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए तैयारी करने को कहा गया।
जब उन्होंने यो- यो टेस्ट पास कर भी लिया लेकिन उनका चुनाव टीम इंडिया में नहीं हुआ। युवी ने अपने इंटरव्यू में कहा कि यो- यो टेस्ट पास होने के बाद उनको घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कहा गया।
उस दौरान वो काफी हैरान और डिमोटीवेट हो रहे थे। युवराज सिंह ने कहा कि जब यो- यो टेस्ट की शुरूआत हुई तो उनकी उम्र 36 की हो गई थी।
इसके साथ - साथ युवी ने अपने इंटरव्यू में कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के बाद मैं 8 से 9 में से 2 मैचों में मैन ऑफ द मैच बना लेकिन इसके बाद टीम से उन्हें बाहर कर दिया गया। उन्हें उसी दौरान श्रीलंका दौरे के लिए तैयारी के लिए कहा गया लेकिन इसके बाद उनको लेकर फिर चयनकर्ता सीरियस नहीं हुए।
युवराज सिंह ने अपने इंटरव्यू में कहा कि जब वर्ल्ड कप शुरू हो गई तो उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला किया। युवी ने कहा कि उनकी लाइफ एक तरह से रूक गई थी। इसलिए मैं अब आगे बढ़ना चाहता था और भारत से बाहर जाकर क्रिकेट भी खेलना चाहता था। इसलिए उन्होंने रिटायरमेंट लिया और कुछ सालों तक भारत से बाहर जाकर क्रिकेट लीग खेलने का फैसला किया