'सौरव गांगुली मतलबी थे सिर्फ कप्तानी से था मतलब', टीम इंडिया के पूर्व कोच ने 'दादा' पर लगाए आरोप
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल (Greg Chappell) ने टीम इंडिया के महानतम कप्तानों में से एक सौरव गांगुली को लेकर एक बार फिर जहर उगला है। ग्रेग चैपल के अनुसार सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) एक मतलबी इंसान थे और उन्हें सिर्फ और सिर्फ अपनी कप्तानी से ही मतलब था।
क्रिकेट लाइफ स्टोरी पॉडकास्ट में चैपल ने कहा, 'भारत में मेरे दो साल काफी चुनौतीपूर्ण थे। कुछ मुद्दे सौरव गांगुली के कप्तान होने को लेकर थे। गांगुली कड़ी मेहनत नहीं करना चाहते थे और ना ही चाहते थे कि उनके क्रिकेट में कोई सुधार हो। वह सिर्फ बतौर कप्तान टीम में रहना चाहते थे ताकि वह चीजों को नियंत्रित कर सकें।'
ग्रेग चैपल ने आगे कहा, 'मैं टीम के भीतर कुछ संस्कृतियों और सोचने के तरीकों को बदलना चाहता था जो मेरा काम भी था। चीजें पूरी तरह से खराब होने से पहले टीम इंडिया ने राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में लगभग एक साल तक बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। द्रविड़ वास्तव में टीम इंडिया को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनाने में लगे थे। दुख की बात है कि टीम में सभी की भावना एक जैसी नहीं थी। वे इसके बजाय टीम में रहने पर ध्यान केंद्रित किए हुए थे।
चैपल ने कहा, 'कुछ सीनियर खिलाड़ियों ने इसलिए विरोध किया था क्योंकि उनमें से कुछ का करियर अपने अतिंम पड़ाव पर था। जब सौरव गांगुली को टीम से बाहर किया गया तो कुछ खिलाड़ियों को लगने लगा कि अगर सौरव गांगुली टीम से बाहर हो सकते हैं तो किसी भी खिलाड़ी पर गाज गिर सकती है।'