जब बिशन सिंह बेदी ने भारतीय टीम को समंदर में फेंकने की दे दी थी धमकी, जानिए पूरी कहानी !!

Updated: Wed, Sep 25 2019 13:05 IST
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भारत के पूर्व स्पिनर और कप्तान बिशन सिंह बेदी का आज जन्मदिवस है। आज बिशन सिंह बेदी 73 साल के हो गए हैं। बिशन सिंह बेदी का जन्म पंजाब के अमृतसर में 25 सितंबर 1942 को हुआ था। बिशन सिंह बेदी ने अपने करियर में कुल 13 साल भारत के लिए खेले। 

बिशन सिंह बेदी ने अपने टेस्ट करियर में 67 मैच खेले और इस दौरान अपनी शानदार स्पिन गेंदबाजी से कुल 266 विकेट लेने में सफल रहे। वहीं बिशन सिंह बेदी ने 10 वनडे मैच अपने करियर में खेलें और 7 विकेट हासिल किए। 

बिशन सिंह बेदी ने अपने टेस्ट करियर में डेब्यू 31 दिसंबर 1966 को कोलकाता टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। बिशन सिंह बेदी ने अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जो कमाल किया है वो असाधारण है। अपने खेले कुल 370 फर्स्ट क्लास मैच में बिशन सिंह बेदी ने 1560 विकेट चटकाए हैं। भारत के तरफ से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बिशन सिंह बेदी के नाम ही है।

पहले कभी नहीं देखा था टेस्ट क्रिकेट

द टेलीग्राफ में लिखे अपने आर्टिकल में रामचंद्रा गुहा ने लिखा है कि  बिशन सिंह बेदी ने जब अपना टेस्ट डेब्यू किया तभी उन्हें टेस्ट क्रिकेट के बारे में पता चला था। इससे पहले बिशन सिंह बेदी ने कभी भी टेस्ट क्रिकेट नहीं देखा था। बिशन सिंह बेदी अपने गुस्से के लिए भी जाने जाते थे। 

1978 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में बिशन सिंह बेदी हुए गुस्सा और भारत को मिली हार
साल 1978 में साहिवाल में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान जब भारत की टीम को जीत के लिए 18 गेंदों पर 23 रनों की दरकार थी और 8 विकेट बचे थे। इसी दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने अपनी गेंदबाजी के दौरान भारतीय बल्लेबाजों को रन ना देने की कोशिश में लगातार 4 गेंद बाउंसर की।

इन चार गेंदों में से किसी भी एक गेंद को अंपायर ने नो बॉल नहीं दिया तो बिशन सिंह बेदी गुस्से में आ गए और अपने बल्लेबाजों को पवेलियन में बुला लिया। बिशन सिंह बेदी के इस फैसले के बाद पाकिस्तान को इस टेस्ट मैच का विजेता घोषित कर दिया गया था। बिशन सिंह बेदी की इस फैसले पर काफी बहस हुई और आलोचना का शिकार बने।

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1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जमैका टेस्ट में तेज गेंदबाजों के भय से दोनों पारियों को कर दी घोषित

साल 1976 के जमैका टेस्ट मैच के दौरान वेस्टइंडीज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ बाउंसर पर बाउंसर गेंदबाजी की रणनीति अपनाई थी जिसके काऱण भारत के 5 बल्लेबाज चोटिल हो गए थे।

ऐसे में भारत की दूसरी पारी के दौरान बिशन सिंह बेदी ने अपने बचे बल्लेबाजों को बाउंसर से बचाने के लिए 26.2 ओवर में ही 97/5 रन के स्कोर पर दूसरी पारी घोषित कर दी थी। 

यहां पढ़े पूरी स्टोरी: जमैका में खेला गया था खूनी टेस्ट, भारतीय बल्लेबाज वेस्टइंडीज तेज गेंदबाजों से बचकर भाग खड़े हुए !

उस टेस्ट मैच में कप्तान रहे बिशन सिंह बेदी ने जानबूझकर भारत की पारी को आगे बढ़ने नहीं दिया। कप्तान बिशन सिंह बेदी ने एक स्टेटमेंट जारी किया और कहा कि वो नहीं चाहते थे कि वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों के सामने उनके गेंदबाज चोटिल हो जाए। यदि गेंदबाज भी चोटिल हो जाएंगे तो गेंदबाजी कौन करेगा।

इसी सोच के कारण बिशन सिंह बेदी ने दूसरी पारी को पूरा नहीं किया। अंत में भारतीय टीम को वेस्टइंडीज के हाथों 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी। 

शेन वार्न मानते हैं गुरू
बिशन सिंह बेदी  को टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले शेन वार्न अपना गुरू मानते हैं। शेन वार्न ने अपने अक बयान में कहा कि बिशन सिंह बेदी की लेग स्पिन गेंदबाजों को देखकर ही लेग स्पिन गेंदबाजी को लेकर वो सीरियस हुए थे।  आगे क्लिक करके जाने - टीम इंडिया को समंदर में फेंकने की धमकी मिली►

 

टीम इंडिया के मैनेजर बनकर दे दी थी टीम इंडिया को समंदर में फेंकने की धमकी

अपने खेलने के समय में बिशन सिंह बेदी को गुस्से वाला खिलाड़ी माना जाता रहा लेकिन टीम इंडिया के मैनेजर बनकर भी बिशन सिंह बेदी अपने गुस्से को जगजाहिर करने से पीछे नहीं रहे। साल 1990 में जब भारत की टीम ने न्यूजीलैंड दौरे पर अच्छा परफॉर्मेस नहीं कर पाई थी तो बिशन सिंह बेदी ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को धमकी देते हुए गुस्से में कहा था कि 'पूरी टीम इंडिया को प्रशांत महासागर में डुबो देना चाहिए।'

'बिशन सिंह बेदी ने अपने जादुई स्पिन गेंदबाजी से हर किसी को चकित किया था। अपने एक बयान में बिशन सिंह बेदी ने कहा था कि उनकी गेंदबाजी की ताकत उनकी अंगुलियां थीं। बिशन सिंह बेदी ने इंटरव्यू में खुलासा किया कि वो अपनी अंगुली को मजबूत बनानें के लिए अपने कपड़े खुद धोते थे।'

60 ओवर वाले मैच में बनाया यह रिकॉर्ड
बिशन सिंह बेदी के नाम 60 ओवर के वनडे मैच में सबसे  इकोनॉमिकल गेंदबाजी परफॉर्मेंस करने का रिकॉर्ड है। साल 1975 के वर्ल्ड कप में बिशन सिंह बेदी ने हेडिंग्ले में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ मैच के दौरान 12 ओवर की गेंदबाजी की और 8 मेडन सहित 6 रन देकर 1 विकेट चटकाए थे।  

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