सौरव गांगुली: वो कप्तान जिसे पूरे सिस्टम ने मिलकर टीम इंडिया से निकाल फेंका
Happy Birthday Sourav Ganguly: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) 8 जुलाई यानी आज अपना 49वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। सौरव गांगुली जिन्होंने टीम इंडिया को विदेशों में जीतना सिखाया बीते दिनों उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के सबसे कठिन चैप्टर के बारे में भी बातचीत की थी।
टीम इंडिया के दिग्गज कप्तान गांगुली को करियर का सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उनसे कप्तानी छिनने के साथ ही उन्हें टीम से भी ड्ऱॉप कर दिया गया। बंगाली अखबार संगबद प्रतिनिधि से बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा था, 'टीम इंडिया से ड्रॉप होना मेरे करियर का सबसे बड़ा झटका रहा। यह पूरी तरह से अन्याय था।'
सौरव गांगुली ने आगे कहा, 'मुझे पता है कि आपको हमेशा न्याय नहीं मिल सकता लेकिन तब भी उस व्यवहार से बचा जा सकता था। मैं उस टीम का कप्तान था जो जिम्बाब्वे से जीतकर लौटी थी, और घर आते ही मुझे टीम से निकाल दिया गया। मैंने भारत के लिए 2007 का वर्ल्ड कप जीतने का सपना देखा था।'
गांगुली ने कहा, '2003 के वर्ल्ड कप में हम फाइनल में हार गए थे। मेरे पास भी सपने देखने की वजहें थीं। टीम ने पिछले पांच साल घर में और बाहर भी मेरे नेतृत्व में बहुत अच्छा क्रिकेट खेला था। फिर आप एकाएक मुझे ड्रॉप कर देते हैं? पहले आप कहते हैं कि मैं वनडे टीम में नहीं खेलूंगा और फिर आप मुझे टेस्ट टीम से भी ड्रॉप कर देते हैं।'
सभी लोगों ने मिलकर किया मुझे बाहर: ग्रेग चैपल के बारे में बोलते हुए सौरव गांगुली ने कहा मेरे साथ खराब व्यवहार का जिम्मा सिर्फ चैपल पर नहीं डाला जा सकता है। बाकी लोग भी भोले नहीं हैं। एक विदेशी कोच एक भारतीय कप्तान को बाहर नहीं कर सकता है। मुझे यह समझ आ गया था कि पूरे सिस्टम ने मिलकर मेरे साथ ऐसा किया था। सभी लोग मुझे निकालने की स्कीम में मिले हुए थे। लेकिन मैं इन सबसे टूटा नहीं।'