'पहले इस्तेमाल किया, फिर फेंका गया', एक बार फिर भज्जी ने खोलकर रख दिया दिल
पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद हरभजन सिंह लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव दिखे हैं। इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के साथ अपने 23 साल के शानदार सफर के बारे में भी खुलकर बातें की हैं लेकिन अब वो लगातार अपने बुरे दौर के बारे में भी बोलते हुए दिखे हैं।
भज्जी को अभी तक इस बात का मलाल है कि दो वर्ल्ड कप जीतने के बाद और 700 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने के बावजूद उन्हें इस्तेमाल करके फेंक दिया गया। जी हां, ऐसा भज्जी ने खुद हाल ही में दिए एक इंंटरव्यू के दौरान कहा है।
बैकस्टेज विद बोरिया में बात करते हुए भज्जी ने दिल खोलकर रख दिया और कहा, "आप ये भी जानते हैं कि वो अधिकारी क्या कर रहे थे, उस समय भारतीय क्रिकेट में क्या हो रहा था और किस वर्ग के लोग खेल रहे थे, और दूसरों को कैसे नजरअंदाज किया जा रहा था। अगर हम 2011 में वर्ल्ड कप जीतने के लायक थे, तो ऐसा क्या हुआ कि उसके बाद हम एक भी मैच एक साथ नहीं खेले? क्या वो टीम सिर्फ वर्ल्ड कप जीतने के लिए थी और उसके बाद बदतर हो गई?"
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आगे बोलते हुए भज्जी ने कहा, "क्या 31 वर्षीय हरभजन सिंह, 30 वर्षीय युवराज सिंह, 32 वर्षीय वीरेंद्र सहवाग, 29 वर्षीय गौतम गंभीर जो 2011 में खेले थे, 2015 की वर्ल्ड कप टीम में खेलने के लायक नहीं थे। उन्हें एक-एक करके टीम से क्यों हटाया गया? उनके साथ 'यूज़ एंड थ्रो' जैसा व्यवहार क्यों किया गया? ये भारतीय क्रिकेट की एक दुखद कहानी है। मुझे नहीं पता कि अब क्या हो रहा है लेकिन 2011 तक बहुत से लोगों ने मेरी मदद की।"