खुद को किसी का रोलमॉडल नहीं मानता : ईशांत शर्मा
शनिवार/6 दिसंबर (एडिलेड) । भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने आज कहा कि ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी का उनका अनुभव बाकी गेंदबाजों के काम आयेगा लेकिन वह खुद को उमेश यादव, वरूण एरॉन या मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों का रोलमॉडल नहीं मानते। ईशांत इससे पहले 2007-08 और 2011-12 के दो टेस्ट दौरों पर भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा ,‘‘ हमारे सभी गेंदबाज समान उम्र के हैं। 26 या 27 साल के और यह भारतीय टीम के लिये अच्छी बात है ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ मैं खुद को किसी का रोलमॉडल नहीं मानता। मैं अपनी गेंदबाजी पर फोकस करता हूं। मैने अपने अनुभव से जो कुछ सीखा है , उसे अपने साथी खिलाड़ियों के साथ बांट सकता हूं। यह जरूरी है कि हम पिछले दौरों की अच्छी बातों को दोहरायें।’’
ईशांत 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही चमके थे जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान रिकी पोंटिंग को बार-बार परेशान किया था। वह 2011-12 के दौरे पर उस प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके थे जब भारत 0-4 से हार गया था।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने पिछली बार अहम सबक सीखा. मुझसे काफी अपेक्षायें थी और मुझे अपने आप से भी काफी उम्मीदें थी। मुझे ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही पहचान मिली लेकिन पिछली बार मैं अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सका। इस बार मुझे पता है कि अपने जज्बात पर कैसे काबू रखना है। मुझे अपने बेसिक्स सही रखने होंगे ताकि गेंदबाजी में सुधार कर सकूं।’’
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द