'अगर मैं न्यूज़ीलैंड होता तो मैं कभी सीरीज ना खेलता', साउथ अफ्रीका पर भड़के स्टीव वॉ
क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने न्यूजीलैंड के दौरे पर खेले जाने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए अपने नए खिलाड़ियों को चुना है। इस 14 सदस्यीय टीम में 7 तो अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जो मज़बूत कीवी टीम के खिलाफ टेस्ट में दिखेंगे। साउथ अफ्रीका ने ये फैसला एसए 20 लीग के चलते लिया है और जिस समय ये टेस्ट सीरीज खेली जाएगी उसी समय एसए 20 टूर्नामेंट भी चल रहा होगा और यही कारण है कि साउथ अफ्रीका ने अपने स्टार खिलाड़ियों को न्यूज़ीलैंड नहीं भेजने का फैसला किया है। उनके इस फैसले की काफी आलोचना भी की जा रही है और इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है।
वॉ ने कहा कि ये कीवी टीम के लिए 'अपमानजनक' है और उन्होंने आईसीसी से इस मामले को नजरअंदाज करने के बजाय इस पर गौर करने का आग्रह किया है। वॉ ने तो ये तक कह दिया कि अगर वो न्यूजीलैंड होते तो कभी भी ये टेस्ट सीरीज ना खेलते। फरवरी में न्यूज़ीलैंड के दो मैचों के टेस्ट दौरे के लिए प्रोटियाज़ ने अनकैप्ड नील ब्रांड को अपना कप्तान नियुक्त किया है।
वॉ ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से कहा, “जाहिर तौर पर उन्हें कोई परवाह नहीं है। साउथ अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को घर पर रखकर भविष्य का कोई संकेत दे रहा है। अगर मैं न्यूजीलैंड होता तो मैं सीरीज भी नहीं खेलता। मैं नहीं जानता कि वो क्यों खेल रहे हैं। जब ये न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रति सम्मान की कमी दर्शाता है तो आप ऐसा क्यों करेंगे? ये बिल्कुल स्पष्ट है कि समस्या क्या है। वेस्टइंडीज अपनी पूरी ताकत वाली टीम (इस गर्मी में ऑस्ट्रेलिया में) नहीं भेज रहा है। पिछले कुछ वर्षों से उन्होंने पूरी ताकत वाली टेस्ट टीम नहीं चुनी है। निकोलस पूरन जैसा कोई व्यक्ति वास्तव में एक टेस्ट बल्लेबाज है जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है। जेसन होल्डर, शायद उनके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, अब नहीं खेल रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान ने भी पूरी टीम नहीं भेजी। अगर आईसीसी या कोई और जल्द ही कदम नहीं उठाता है तो टेस्ट क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट नहीं रह जाएगा क्योंकि आप खुद को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ परख नहीं रहे हैं।''
Also Read: Live Score
वॉ के अलावा कई और दिग्गज भी साउथ अफ्रीका के इस फैसले से नाखुश हैं लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता है जो साउथ अफ्रीका के इस फैसले को बदल सके। ऐसे में साउथ अफ्रीका के युवा खिलाड़ी, जिनके शायद ज्यादातर फैंस नाम भी नहीं जानते होंगे वो मज़बूत कीवी टीम से दो-दो हात करते हुए दिखेंगे।