धोनी नहीं हैं जीत की गारंटी, 'थाला' की कप्तानी में तीन बार होना पड़ा है सुपर-8 में बेइज्जत
T20 world cup 2021: टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इंडियन ड्रेसिंग रूम में लौट आए हैं। धोनी बतौर मेंटॉर टीम इंडिया का साथ निभाते हुए नजर आएंगे। धोनी के मेंटॉर बनने के बाद से ही फैंस में हर्ष का माहौल है और ऐसा लग रहा है कि मानो टीम इंडिया ने T20 वर्ल्ड कप 2021 जीत ही लिया हो।
धोनी मास्टरमाइंड हैं इस बात में कोई शक नहीं है लेकिन क्या धोनी के अपॉइंटमेंट मात्र से ही हमारा विश्व चैंपियन बनना तय हो गया है? क्या धोनी मैदान में घुसे बिना ही खेल पलट सकते हैं? इन सब सवालों के जवाब से पहले हमें यह देखना चाहिए कि T20 वर्ल्ड कप में धोनी की कप्तानी के रिकॉर्ड क्या कहते हैं।
थाला धोनी ने कुल 33 T20 वर्ल्ड कप मैचों में भारत की कप्तानी की है जिनमें से 21 मुकाबलों में टीम इंडिया ने जीत दर्ज की है। T20 वर्ल्ड कप के इतिहास में किसी भी कप्तान ने 20 से ज्यादा मैचों में टीम की कप्तानी नहीं की है। ये रिकॉर्ड तो शानदार है लेकिन सबसे ज्यादा मैच जीतकर भी हम सिर्फ एक वर्ल्ड कप ही जीत पाए हैं वो भी 2007 में।
इसके बाद भी धोनी ने हर T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की कप्तानी करी लेकिन अगला फाइनल खेलने में हमें सात साल लग गए जिसमें हमें हार का सामना करना पड़ा था। 2009 के T20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सुपर-8 के तीनों मैच हारकर बाहर हो गई थी। फिर आया 2010 का T20 वर्ल्ड कप, वहां पर भी टीम इंडिया धोनी की ही कप्तानी में सुपर-8 में तीनों मैच हारकर बाहर हुई थी।
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साल 2012 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया एक बार फिर से सुपर-8 में ही बाहर हुई थी और कप्तान थे धोनी। ऐसे में अगर आंकड़े देखें तो पाएंगे कि धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने सुपर-8 में ही कई बार दम तोड़ा है। वहीं धोनी के पर्सनल रिकॉर्ड की बात करें तो T20 वर्ल्ड कप में उन्होंने एक भी फिफ्टी नहीं मारी है और उनका स्ट्राइक रेट भी 124 के अंदर ही रहा है।