लॉर्ड्स टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ खेल सकता है इंडिया

Updated: Tue, Feb 10 2015 03:51 IST

लदंन/नई दिल्ली, 16 जुलाई (हि.स.)। पांच टेस्ट मैचों की टेस्ट श्रृंखला में टीम चयन को लेकर ओहपोह में चल रही टीम इंडिया ने पुरानी बातों को पीछे छोड़ आज लार्डस पर अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। यदि इसे संकेत माना जाए तो फिर वह इंग्लैंड के खिलाफ गुरूवार से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भी पांच गेंदबाजों के साथ उतर सकती है।

श्रृंखला में लगातार पांच टेस्ट मैच खेले जाने हैं और पहले दो टेस्ट मैचों में ज्यादा अंतर देखने की संभावना नहीं है। नाटिंघम में पहला मैच ड्रा छूटा था। ट्रेंटब्रिज में पिच चर्चा का विषय रही थी और यदि लार्डस की पिच में नाटकीय परिवर्तन नहीं हुआ तो दोनों टीमें पांच गेंदबाजों के साथ ही उतरेंगी।

टीम इंडिया ने पहले टेस्ट में स्टुअर्ट बिन्नी को पहला टेस्ट खेलने का मौका दिया था लेकिन पिच के कारण वह अपनी मध्यम गति की स्विंग गेंदबाजी से टीम के लिये कुछ खास नहीं कर सके। हालांकि उन्होंने दूसरी पारी में इसकी भरपायी करते हुए अच्छी बल्लेबाजी की और अर्धशतक भी जड़ा। उन्हें फिर से टीम में जगह मिल सकती है क्योंकि भारत फिर से उसी एकादश के साथ उतर सकता है। आज के अभ्यास को देखकर संकेत मिलते हैं कि भारत ने चयन को लेकर जो होगा वो देखा जायेगा की तर्ज पर आगे बढ़ना पर बल दिया है। सभी शीर्ष बल्लेबाजों ने नेट पर पर्याप्त समय बिताया। शिखर धवन और मुरली विजय के बाद चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने बल्लेबाजी की। कोहली ने क्षेत्ररक्षण कोच ट्रेवर पैनी के साथ भी काम किया। पैनी ने एक खास लाइन व लेंथ पर उन्हें थ्रो डाउन से अभ्यास कराया। इस नेट सत्र की विशेषता आर अश्विन का कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को गेंदबाजी करना रहा जबकि रविंद्र जडेजा पास वाली नेट पर बल्लेबाजी कर रहे थे। इसके बाद बिन्नी ने पैड पहन रखे थे जबकि रोहित शर्मा कहीं आसपास नहीं थे। नाटिंघम में खेलने वाली टीम के अभ्यास करने के बाद रोहित और गौतम गंभीर ने अभ्यास किया।

टीम इंडिया इस तरह के अभ्यास सत्र से किसी तरह के संकेत नहीं देती लेकिन मैच से दो दिन पहले यह कहा जा सकता है कि वह पांच गेंदबाजो के साथ उतरने की रणनीति पर कायम रहेगी। इसके साथ ही लग रहा है कि बिन्नी और जडेजा को अश्विन पर तरजीह दी जाएगी। लार्डस की पिच हरी दिख रही है लेकिन टास के समय तक उसकी हरियाली हट सकती है. मैच बढने के साथ यह विकेट सपाट हो जाता है और इसलिए यदि भारत अपने अंतिम एकादश में बदलाव नहीं करता तो फिर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में चोटी के पांच बल्लेबाजों पर अधिक दबाव रहेगा और धोनी नंबर छह पर आएंगे। इंग्लैंड के साथ भी यही स्थिति है लेकिन उसके निचले क्रम के बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। ट्रेंटब्रिज में खेलने वाली उसकी टीम के चोटी के नौ बल्लेबाजों के नाम पर टेस्ट शतक दर्ज है।

हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द

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