IND vs AUS: पांड्या-धवन की पारी गई बेकार, ऑस्ट्रेलिया ने पहले वनडे में भारत को 66 रनों से हराया

Updated: Fri, Nov 27 2020 18:56 IST
Australia beats India

IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले गए पहले वनडे मैच में भारत को 66 रनों से एकतरफा हार सौंपी। मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और कप्तान एरॉन फिंच (114), स्टीव स्मिथ (105), डेविड वार्नर (69) की बेहतरीन पारियों के दम पर 50 ओवरों में छह विकेट पर 374 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह ऑस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर भी है। यह लक्ष्य हासिल करना भारत के लिए असंभव साबित हुआ।

हार्दिक पांड्या (90) और शिखर धवन (74) ने टीम को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन उनका प्रयास सफल नहीं हो सका और भारतीय टीम 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 308 रन ही बना पाई।

इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।

भारतीय गेंदबाजों की असफलता के कारण बल्लेबाजों को जो पहाड़ जैसा लक्ष्य मिला था वो बेहद मुश्किल था। उसे हासिल करने के लिए जरूरत थी मजबूत शुरुआत और बड़ी साझेदारियों की, जो भारत की तरफ से हो नहीं सकीं। भारत की तरफ से एक ही अच्छी साझेदारी हुई जो धवन और पांड्या ने निभाई। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 128 रन जोड़े। धवन के आउट होते ही यह साझेदारी टूट गई और फिर भारत की हार सिर्फ अंजाम तक पहुंचने से दूर थी।

इन दोनों की साझेदारी ने खराब शुरुआत के बाद जीत की उम्मीदें जगाई थीं। रोहित शर्मा के स्थान पर धवन के साथ पारी की शुरुआत करने आए मयंक अग्रवाल (22) 53 के कुल स्कोर पर आउट हुए। कप्तान विराट कोहली (21) को एक के निजी स्कोर पर एडम जाम्पा ने एक जीवनदान दिया जिसका वह फायदा नहीं उठा सके।

श्रेयस अय्यर (2) और लोकेश राहुल (12) जल्दी पवेलियन लौट गए। भारत का स्कोर चार विकेट पर 101 रन था जिसमें से तीन विकेट अकेले जोश हेजलवुड ने लिए थे। यहां से धवन और पांड्या ने साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 229 तक पहुंचाया। जाम्पा ने धवन को आउट कर खतरा बनती दिख रही इस साझेदारी को तोड़ा। धवन ने 86 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली।

उनके जाने के बाद पांड्या और रवींद्र जडेजा (25) क्रिज पर शेष बचे बल्लेबाज थे। पांड्या भी जाम्पा की लेग स्पिन को मैदान के बाहर भेजने के प्रयास में मिशेल स्टार्क के हाथ सीमारेखा पर कैच हो गए। यहां भारत की जीत की उम्मीदें पूरी तरह से खत्म हो गईं। पांड्या ने अपनी पारी में 76 गेंदें खेली और सात चौके तथा चार छक्के मारे।

जडेजा को जाम्पा ने अपना अगला शिकार बनाया। मोहम्मद शमी (13) स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हो गए। नवदीप सैनी 29 रन बनाकर नाबाद लौटे।

ऑस्ट्रेलिया के लिए जाम्पा ने चार, हेजलवुड ने तीन, स्टार्क ने एक विकेट लिया।

इससे पहले, वार्नर ने सीरीज से पहले दिए गए अपने बयान को सही साबित किया और फिंच के साथ मिलकर पारी को बनाने पर ध्यान दिया। दोनों बल्लेबाजों ने शुरुआत धीमी जरूर की लेकिन यह सुनिश्चित किया कि विकेट ना गिरे।

दोनों बल्लेबाजों ने इस बीच अपने अर्धशतक पूरे किए। शमी ने आखिरकार भारत को पहली सफलता दिलाई। शमी की गेंद वार्नर के बल्ले का किनारा ले कर विकेटकीपर राहुल के दस्तानों में जा समाई। वार्नर ने अपनी पारी में 76 गेंदों का सामना करते हुए 6 चौके लगाए।

स्टीव स्मिथ को जडेजा ने 15 के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू कर दिया। यहां स्मिथ ने रिव्यू लिया और अंपायर को फैसला बदलना पड़ा और फिर स्मिथ ने काफी आक्रामक खेल खेला। फिंच के साथ स्मिथ ने भारतीय बल्लेबाजों को विकेट के लिए तरसा दिया। इसी दौरान स्मिथ ने अर्धशतक और कप्तान फिंच ने अपना शतक पूरा किया।

फिंच 40वें ओवर की आखिरी गेंद पर बुमराह की गेंद को थर्डमैन के ऊपर से खेलने की कोशिश में राहुल को आसान सा कैच दे बैठे। कप्तान ने अपनी पारी में 124 गेंदों का सामना किया और नौ चौकों के अलावा दो छक्के लगाए। यह फिंच के वनडे करियर का 17वां शतक है।

आईपीएल में दमदार प्रदर्शन करने वाले मार्कस स्टोनिस, फिंच के बाद आए लेकिन पहली ही गेंद पर युजवेंद्र चहल का शिकार बन गए। वह खाता नहीं खोल पाए।

फिर स्मिथ और मैक्सवेल ने दोनों छोर से तेजी से रन बटोरे। दोनों ने 57 रन जोड़े जिसमें से 45 सिर्फ मैक्सवेल के थे। मैंक्सवेल अर्धशतक पूरा नहीं कर सके। शमी ने उन्हें जडेजा के हाथों कैच करा दिया। उन्होंने अपनी 19 गेंदों की पारी में पांच चौके और तीन छक्के जड़े।

स्मिथ ने 62 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया जो वनडे में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से तीसरा सबसे तेज शतक है। उनकी पारी का अंत शमी ने आखिरी ओवर में तीसरी गेंद पर किया। स्मिथ ने कुल 66 गेंदें खेली जिसमें से 11 पर चौके और चार पर छक्के मारे।

एलेक्स कैरी 13 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 17 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारतीय गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए। चहल ने 10 ओवरों में 89 रन खर्च कर सिर्फ एक विकेट लिया। बुमराह ने 10 ओवरों में 73 रन देकर एक विकेट हासिल किया। नवदीप सैनी ने भी 10 ओवरों में 8.3 की औसत से 83 रन लुटाए और सिर्फ एक सफलता हासिल की। शमी थोड़े तुलनात्मक तरीके से किफायती रहे। 10 ओवरों में शमी ने 59 रन दिए और तीन सफलताएं अर्जित कीं।
 

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