पुणे टेस्ट: बल्लेबाजों के बाद भारतीय गेंदबाजों ने दिखाया दम (दूसरे दिन के खेल का पूरा रिपोर्ट कार्ड)
11 अक्टूबर। कप्तान विराट कोहली की रिकार्डतोड़ पारी, रवींद्र जडेजा के आक्रामक अंदाज के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी पांच विकेट के नुकसान पर 601 रनों पर घोषित की। बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग सी लग रही महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) की पिच हालांकि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को रास नहीं आई। मेहमान टीम ने दिन का खेल खत्म होने तक 36 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए हैं। वह अभी भारत से 565 रन पीछे है।
विशाल स्कोर के सामने दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही। उमेश यादव ने एडिन मार्कराम को दो के कुल स्कोर पर ही पवेलियन भेज मेहमान टीम को दबाव में ला दिया। मार्कराम खाता भी नहीं खोल पाए।
दूसरे सलामी बल्लेबाजी भी उमेश की गेंद पर गच्छा खा गए। उमेश की उछाल भरी गेंद को डीन एल्गर (6) छोड़ना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले से टकरा कर स्टम्प पर जा लगी।
उमेश एक छोर से बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे थे और मोहम्मद शमी दूसरे छोर से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की परीक्षा ले रहे थे। उन्हें आखिरकार टेम्बा बावुमा (8) का विकेट मिला।
इससे पहले, दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 273 रनों के साथ करने वाली भारतीय टीम ने मेहमान टीम को शुरू से दवाब में रखा। दूसरे दिन कप्तान विराट और जडेजा के नाम रहा। उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी अर्धशतक लगा कर योगदान दिया लेकिन उनके जाने के बाद कोहली और जडेजा ने मोर्चा संभालते हुए रनों का अंबार लगा दिया।
कोहली के साथ उतरे रहाणे ने पहले सत्र में भारत को कोई झटका नहीं लगने दिया। पहले सत्र की समाप्ति तक भारत का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 356 रन बना लिए थे। रहाणे दूसरे सत्र में पवेलियन लौट लिए। उन्होंने 168 गेंदों का सामना कर आठ चौकों की मदद से 59 रन बनाए। कोहली और रहाणे के बीच चौथे विकेट के लिए 178 रनों की साझेदारी हुई।
यहां से कोहली को जडेजा का साथ मिला। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 225 रनों की साझेदारी की। इस दौरान कोहली ने रिकार्डो की झड़ी लगा दी। कोहली ने अपना दोहरा शतक पूरा किया और इसी के साथ वह भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उनका यह टेस्ट में सातावां दोहरा शतक था। उन्होंने छह-छह दोहरे शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ा।
भारतीय कप्तान ने अपने 81वें टेस्ट में यह आकंडा छुआ। सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने की सूची में आस्ट्रेलिया के डॉन ब्रेडमैन (12) का नाम सबसे ऊपर है। उनके बाद श्रीलंका के कुमार संगाकारा (11) हैं। वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा नौ दोहरे शतकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
कोहली साथ ही टेस्ट में सबसे ज्यादा बार 150 रनों से ज्यादा का स्कोर बनाने वाले कप्तान बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में ब्रेडमैन को पीछे किया है। ब्रेडमैन ने कप्तान के तौर पर आठ बार 150 से ज्यादा का स्कोर किया था। कोहली नौ बार यह कर चुके हैं।
इसके अलावा कोहली सात हजार टेस्ट रन बनाने वाले भारत के सातवें बल्लेबाज बने। कोहली के अलावा सचिन (15921), राहुल द्रविड़ (13265), सुनील गावस्कर (10122), वीवीएस लक्ष्मण (8781), सहवाग (8503) और सौरभ गांगुली (7212) ने सात हजार से अधिक रन बनाए हैं।अपनी इसी पारी के दौरान कोहली ने भारत के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक दिलीप वेंगसरकर (6868) को पीछे छोड़ा।
कोहली और जडेजा ने तीसरे सत्र में आक्रामकता अपनाई और बड़े शॉट्स लगाए। जडेजा हालांकि अपने दूसरे टेस्ट शतक से चूक गए। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज सेनुरान मुथुसामी की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में वह ब्रूयन के हाथों लपके गए। जडेजा ने 104 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 91 रन बनाए। जडेजा के आउट होते ही कोहली ने अपने तिहरे शतक की ओर न देखते हुए टीम का प्राथमिकता दी और पारी घोषित कर दी।
पहले दिन भारत के लिए मयंक अग्रवाल ने 108 और चेतेश्वर पुजारा ने 58 रनों की पारियां खेल मजबूत नींव रखी थी जिसका कोहली, जडेजा और रहाणे ने भरपूर फायदा उठाया। दक्षिण अफ्रीका के लिए कगिसो रबादा ने तीन, केशव महाराज और मुथुसामी ने एक-एक विकेट लिया।