द्रविड की सलाह से नई ऊंचाईयों को छूऐगी टीम इंडिया-लक्ष्मण

Updated: Fri, Feb 06 2015 04:08 IST

नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। पूर्व भारतीय कलात्मक बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने इंग्लैंड दौरे में पहला टेस्ट शुरू होने तक पूर्व भारतीय कप्तान और टीम इंडिया की दीवार रह चुके राहुल द्रविड़ की टीम इंडिया के मेंटर के रूप में नियुक्ति को एक सकारात्मक और उत्साह बढ़ाने वाला कदम बताया है । उन्होंने कहा कि इससे टीम इंडिया नई ऊंचाईयों को छुऐगी।

लक्ष्मण ने कहा कि इंग्लैंड दौरे के लिए द्रविड़ की नियुक्ति बहुत अच्छा और सकारात्मक कदम है और इससे टीम को लाभ मिलेगा। मेरा मानना है कि द्रविड़ की मौजूदगी से भारतीय टीम इंग्लिश परिस्थितियों में न सिर्फ तकनीकी रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अनुसार द्रविड़ की टीम के साथ मौजूदगी शुरूआती स्तर तक ही है और श्रृंखला शुरू होने के बाद वह कमेंटेटर की भूमिका में होंगे। श्रृंखला का पहला टेस्ट नौ जुलाई से नाटिंघम में शुरू हो रहा है ।

वर्ष 2011 में इंग्लैंड में भारत दौरे के दौरान टीम का हिस्सा रहे लक्ष्मण ने कहा कि टीम इंडिया के युवा बल्लेबाजों के लिए इस श्रृंखला में सीखने का मौका रहेगा। हालांकि 2011 की श्रृंखला में भारत को 0-4 से हार का सामना करना पड़ा था और अकेले द्रविड़ ही उस दौरान बेहतर प्रदर्शन कर पाए थे। द्रविड़ ने चार टेस्टों में461 रन बनाये थे जिसमें तीन शतक शामिल थे।

लक्ष्मण ने कहा, उस श्रृंखला में राहुल के प्रदर्शन के बारे में सबसे खास बात यही रही कि उन्होंने उस स्थिति में भी बेहतरीन और खुलकर बल्लेबाजी की। स्विंग करती हुई गेंद और नयी गेंद के सामने बल्लेबाजी करना कितना कठिन होता है हम इसे जानते हैं। अब भी गेंदबाजी का तरीका वहां बदला नहीं है और मुझे यकीन है कि राहुल का वह अनुभव युवा बल्लेबाजों के काम आएगा। ''वेरी वेरी स्पेशल के नाम से मशहूर लक्ष्मण ने भारतीय बल्लेबाजों को सलाह दी कि उन्हें द्रविड़ के साथ समय बिताकर उनसे विपरीत परिस्थितियों में विकेट पर टिककर बल्लेबाजी करने का गुर सीखना होगा। पूर्व बल्लेबाज ने कहा, राहुल इंग्लैंड में इसलिए सफल थे क्योंकि वह मानसिक रूप से मजबूत थे। इंग्लैंड की परिस्थितियों में खिलाडिय़ों को नये सिरे से अपनी पारी की शुरूआत करनी पड़ती है।

लक्ष्मण ने कहा कि पहले टेस्ट से पूर्व तक द्रविड़ की मौजूदगी ही टीम के लिए अहम साबित होगी। पूर्व क्रिकेटर ने कहा, मुझे याद है कि जब मैं भारत के लिए खेलता था तो मैं सुनील गावस्कर के पास जाता था जो तकनीक के गुरू माने जाते हैं। मैं उनसे कई मुद्दों पर बात करता था। ऐसे में द्रविड़ भले ही टीम के साथ न हों लेकिन खिलाड़ी उनसे संपर्क कर सकते हैं। इस बीच लक्ष्मण ने भी भविष्य में टीम इंडिया के सलाहकार की भूमिका निभाने को लेकर सहमति जताई।

हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द

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