'इस खेल को क्रिकेट नहीं बैटिंग कहो', IPL मैचों की पिच देखकर कगिसो रबाडा का भी हुआ बुरा हाल

इस साल के आईपीएल सीज़न में पहली बार 300 रन बनाने को लेकर काफी चर्चा हो रही है और इसका मुख्य कारण सनराइजर्स हैदराबाद का प्रदर्शन है। हैदराबाद ने पिछले सीजऩ के बाद इस सीजन में भी धमाकेदार आगाज़ किया है और राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में वो एक बार फिर से 300 रन बनाने से चूक गए लेकिन वो जिस अंदाज़ में बैटिंग कर रहे हैं 300 रन का आंकड़ा ज्यादा दूर नजर नहीं आ रहा।
हर बार की तरह इस बार भी आईपीएल में बल्लेबाजों का बोलबाला नजर आ रहा है और गेंदबाजों के लिए इस बार भी मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है। यही कारण है कि गुजरात टाइटंस में शामिल हुए साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा फ्लैट पिचों के समर्थन में नहीं हैं और उन्होंने बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाए रखने के बारे में खुलकर बात की।
रबाडा ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, "खेल को किसी न किसी तरह आगे बढ़ना ही है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यs हर एक खेल की तरह बहुत ज़्यादा नीरस हो सकता है। इससे इसका मज़ा खत्म हो जाएगा। आप जानते हैं, तब आप हमारे खेल को क्रिकेट के बजाय बैटिंग कह सकते हैं। मुझे कुछ रिकॉर्ड टूटने से कोई परेशानी नहीं है, ये ठीक है। उच्च स्कोर वाले मैच अच्छे हैं, लेकिन कम स्कोर वाले मैच भी अच्छे हैं। लेकिन आप इसे किसी भी तरफ़ नाटकीय रूप से नहीं झुका सकते, बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाए रखने की ज़रूरत है।"
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जब रबाडा से पूछा गया कि वो हाई स्कोरिंग मैच में दबाव कैसे झेलते हैं तो उन्होंने कहा, "हां, क्योंकि खेल इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। आप आराम से बैठकर परिस्थितियों के बारे में शिकायत नहीं कर सकते। आपको एक गेंदबाज़ के तौर पर इसके बारे में कुछ करना चाहिए। हालांकि, अगर आप हर समय सिर्फ़ उच्च स्कोर या कम स्कोर देखते हैं, तो क्रिकेट का खेल उबाऊ हो जाएगा। सबसे रोमांचक मैच वे होते हैं जो संतुलन में लटके रहते हैं, जिसमें बल्लेबाज़ों को विकेट गिरने पर खुद को लागू करना होता है और अपनी टीमों के लिए मैच जीतने के लिए वास्तव में अच्छा खेलना होता है, या गेंदबाज़ों को उसी तरह आगे बढ़ना होता है। ये सिर्फ़ अस्तित्व के बारे में नहीं होना चाहिए।"