7 पारी में 752 रन, करुण नायर ने रच डाला इतिहास, महारिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने
करुण नायर (Karun Nair Record) का विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। विदर्भ के कप्तान करुण ने गुरुवार (16 जनवरी) को ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी वाली महाराष्ट्र की टीम के खिलाफ पहले सेमीफाइनल में उन्होंने शानदार पारी खेलकर इतिहास रच दिया।
करुण 25वें ओवर में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने आए, जब ध्रुव शौरे और यश राठौड़ के बीच हुई 224 रनों की ओपनिंग साझेदारी टूटी। 200 की स्ट्राईक रेट से बल्लेबाजी करते हुए करुण ने 44 गेंदों में नाबाद 88 रन की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 5 छक्के जड़े। मौजूदा टूर्नामेंट में सात पारी में यह उनका छठा पचास प्लस स्कोर है।
करुण ने विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास मे एक सीजन में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। 33 साल के करुण टूर्नामेंट में सिर्फ एक बार आउट हुए हैं औऱ उन्होंने 752 की औसत से 752 रन बनाए हैं। वह पहले खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने इस टूर्नामेंट के एक सीजन में बतौर कप्तान 700 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं।
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऋतुराज गायकवाड़ के नाम था, जिन्होंने 2022-23 के सीजन में 5 पारियों में 220 की औसत 660 रन बनाए थे।
बता दें कि करुण ने इस सीजन पांच शतक लगाए हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा शतक के मामले में तमिनलनाडु ने एन जगदीशन की बराबरी की। उन्होंने 2022 में यह कारनामा किया था।
गौरतलब है कि इस मुकाबले में विदर्भ ने महाराष्ट्र को 69 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है, यह पहली बार है जब विदर्भ इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद 3 विकेट के नुकसान पर 380 रन का विशाल स्कोर बनाया। यश ने 101 गेंदों में 116 रन और ध्रुव ने 120 गेंदों में 114 रन की पारी खेली। वहीं करुण के अलावा जितेश शर्मा ने 33 गेंदों में 51 रन बनाए।
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इसके जवाब में महाऱाष्ट्र 7 विकेट गवाकर 311 रन ही बना सकी। अर्शिन कुलकर्णी ने 101 गेंदों में 90 रन, अंकित बवाने ने 49 गेंदों में 50 रन औरर निखिल नाईक ने 26 गेंदों में 49 रन का योगदान दिया।