इंदौर, 8 अक्टूबर| कप्तान विराट कोहली (नाबाद 103) और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे (नाबाद 79) की शानदार पारियों की मदद से भारत ने होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे श्रृंखला के तीसरे एवं अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन शनिवार को तीन विकेट के नुकासन पर 267 रन बना लिए हैं। कोहली और रहाणे ने दिन के आखिरी सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया और क्रिज पर जमे रहे। OMG: कप्तान के तौर पर कोहली ने रचा हैरत भरा कारनामा, धोनी और गांगुली भी नहीं कर पाए हैं ऐसा
दिन का खेल खत्म होने तक दोनों ने चौथे विकेट के लिए 167 रन जोड़ कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। कोहली का यह घरेलू धरती पर 2013 के बाद पहला शतक है, जो 17 पारियों के अंतराल के बाद आया है।
इसके अलावा कोहली इस श्रृंखला में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी हैं। अब तक दोनों टीमों की तरफ से किसी भी बल्लेबाज ने इस श्रृंखला में शतक नहीं जड़ा था।
कोहली अपनी नाबाद शतकीय पारी में 191 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके लगा चुके हैं, वहीं रहाणे 172 गेंदों में नौ चौके एवं एक छक्का लगा चुके हैं।
रहाणे ने इस मैच में टेस्ट क्रिकेट में अपने दो हजार रन भी पूरे कर लिए। वह ऐसा करने वाले 36वें भारतीय बल्लेबाज बन गए।
कप्तान कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। चोटिल शिखर धवन की जगह गौतम गंभीर (29) को 2014 के बाद टेस्ट टीम में वापसी का मौका मिला। गंभीर ने सधी हुई शुरुआत भी की, लेकिन वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए और ट्रेंट बाउल्ट की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए।
उनसे पहले जीतन पटेल ने 26 के कुल स्कोर पर मुरली विजय (10) को टॉम लाथम के हाथों कैचा कर भारत को पहला झटका दिया।
विजय और गंभीर के पवेलियन लौटने के बाद कोहली और चेतेश्वर पुजारा (41) ने भोजनकाल तक संभलकर बल्लेबाजी की। दूसरे सत्र में पुजारा और कोहली ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों मिलकर टीम का स्कोर 100 के पार ले गए, तभी मिशेल सैंटनर ने पुजारा को बोल्ड कर भारत को तीसरा झटका दे दिया।
इसके बाद कप्तान और उप-कप्तान की जोड़ी ने कीवी टीम के गेंदबाजों के हर दांव को नाकाम करते हुए भारत को स्थायित्व प्रदान किया और मजबूत स्थित में पहुंचाया।
किवी टीम के लिए बाउल्ट, सैंटनर और पटेल को एक-एक विकेट मिले हैं। भारत पहले ही 2-0 से तीन मैचों की श्रृंखला में अजेय बढ़त हासिल कर चुका है।