'पुजारा को उनके स्ट्राइक रेट के बारे में काफी सुनाया गया है लेकिन अब वो तेज खेलना शुरू कर चुका है'
भारतीय क्रिकेट टीम 7 जून से लंदन के द ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने वाला है। भारतीय टीम के लिए इस महामुकाबले में अगर कोई खिलाड़ी निर्णायक भूमिका निभा सकता है तो वो चेतेश्वर पुजारा हो सकते हैं क्योंकि भारतीय टीम में शामिल होने से पहले पुजारा ससेक्स के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे और वो इस समय बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले इंग्लिश परिस्थितियों से ज्यादा रूबरू होंगे और वो इस खिताबी मुकाबले में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते दिखेंगे ऐसे में वो निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
वहीं, इस बड़े मैच से पहले भारत के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने चेतेश्वर पुजारा के बारे में खुलकर बात की है और कहा है कि अब पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में कुछ अधिक आक्रामक तरीके से बल्लेबाजी शुरू कर दी है और वो काफी अहम साबित होंगे। स्टार स्पोर्ट्स के शो 'गेम प्लान' पर एक चर्चा के दौरान, कैफ से चेतेश्वर पुजारा के बारे में उनके विचारों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खुलकर बात की।
कैफ ने कहा, "पुजारा को उनके स्ट्राइक रेट के बारे में काफी सुनने को मिला है। इस आदमी ने 100 टेस्ट खेले हैं और लोग अब भी कहते हैं कि वो धीमा खेलता है। उसने अब तेज खेलना भी शुरू कर दिया है। उनका स्कोरिंग ज़ोन कट शॉट खेलना है। वो फुलर डिलीवरी का इंतजार करता है या तो छोड़ देता है या डिफेंस करता है, इस तरह वो गेंदबाजों को थका देता है और फिर जब गेंदबाज गलती करता है, तो वो थोड़ी छोटी गेंद करता है, फिर वो कट शॉट खेलता है और रन बनाता है।"
आगे बोलते हुए कैफ ने कहा, "वो नाथन लायन के खिलाफ फ्लिक शॉट भी खेलता है, यही उसकी ताकत है। वो अपने पैरों का उपयोग करके और गेंद की पिच तक पहुंचकर नाथन लायन को सबसे अच्छा खेलता है। वो आदमी हवा में शॉट नहीं खेलता है। वो एक उचित टेस्ट बल्लेबाज है। वो मैदान के साथ खेलता है। आपके पास कैच लेने का कोई मौका नहीं है। यदि आप कैच लेने का मौका नहीं देते हैं, तो आप टेस्ट मैचों में बहुत रन बनाएंगे और यही पुजारा की खासियत है।"
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आपको बता दें कि पुजारा ने 102 टेस्ट में 43.88 की शानदार औसत से 7154 रन बनाए हैं। हालांकि, इंग्लैंड की परिस्थितियों में उन्हें अभी भी अपने आप को साबित करना बाकी है। उनका इंग्लिश सरज़मीं पर रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, उन्होंने 15 टेस्ट में 29.60 के औसत से 829 रन बनाए हैं। ऐसे में इस बड़े फाइनल में वो चाहेंगे कि इन आंकड़ों को सुधारकर टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।