नेत्रहीनों के लिए 22वीं ऊषा राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप नई दिल्ली में शुरू

Updated: Wed, Dec 14 2022 21:26 IST
Image Source: IANS

नेत्रहीनों के लिए देश के सबसे बड़े खेल आयोजन ऊषा नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप का 22वां संस्करण, बुधवार को त्यागराज स्टेडियम, नई दिल्ली में शुरू हुआ। इंडियन ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन (आईबीएसए) द्वारा द्वि-वार्षिक रूप से आयोजित यह चैंपियनशिप, देश में एथलीटों की सच्ची भावना का उत्सव मनाएगा, जिसमें अगले तीन दिनों में 336 से अधिक अवार्डस जीते जाएंगे।

14 से 16 दिसंबर तक आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, माननीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किया, जिन्होंने कॉफी-टेबल बुक, द प्ले ऑफ डॉट्स का भी विमोचन किया। यह किताब उन गुमनाम नायकों की उपलब्धियों पर प्रकाश डालती है जिनके संघर्षों पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है। त्यागराज स्टेडियम में जबर्दस्त ऊर्जा देखने को मिली, क्योंकि देशभर से 550 प्रतिभागी फील्ड स्पोर्ट्स और रिले रेस जैसी खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के शुभारंभ के लिए एकत्रित हुए थे।

²ष्टिहीनों के लिए 22वीं ऊषा नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 का उद्घाटन करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा, मैं पिछले 25 वर्षों से ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशन से जुड़ी हुई हूं। इसलिए यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है। कॉलेज में मैंने महसूस किया कि, लोग जिनमें एक तरह की अक्षमता होती है, उनमें अन्य तरीकों से बेहतरी प्राप्त करने की क्षमता भी होती है। इसलिए, ध्यान क्षमता पर होना चाहिए न कि अक्षमताओं पर। आप अपने जीवन में कई ऐसे लोगों से मिलते हैं जो आपको प्रभावित करते हैं और आपके चरित्र को एक नया आकार देते हैं, और असल मायने में जीवन का हर अनुभव चरित्र निर्माण का हिस्सा है। बेशक आपमें से कुछ यहां मेडल्स जीत सकते हैं, लेकिन मेरे लिए आपमें से प्रत्येक प्रतिभागी, उस भावना के लिए विजेता है, जिसके साथ अपने इसमें हिस्सा लिया है। मुझे यकीन है कि यहां आप में से कई लोग भविष्य में भारत के लिए गौरव प्राप्त करेंगे।

इस मौके पर ऊषा इंटरनेशनल की खेल पहल और संघ प्रमुख कोमल मेहरा ने कहा, सबसे पहले, मैं द प्ले ऑफ डॉट्स के लॉन्च पर आईबीएसए को बधाई देना चाहूंगी। यह साहस, ²ढ़ संकल्प और प्रतिभा की कहानियां बताता है, जो इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने मैदान पर और यहां तक कि मैदान के बाहर भी कर के दिखाया है और अब ये कहानियां सभी को प्रेरित करेंगी। अब, पहले से कहीं ज्यादा, हमें समावेशिता और विविधता को सेलिब्रेट करने की जरूरत है।

उन्होंने आगे कहा, ऊषा में हम ²ष्टिहीनों के लिए ऊषा नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप के एक और सीजन को देखने व उससे सीखने के लिए प्रेरित हैं। यह देखना प्रेरणादायक है कि कैसे खेल, जीवन को बदलने और मतभेदों को पीछे छोड़कर उन्हें एक साथ लाने में मदद कर सकते हैं। इस मेगा-इवेंट का भागीदार होने के नाते, हम विकलांगों के लिए भारत के एथलेटिक इकोसिस्टम को बढ़ाने और उस तक पहुंच का सहयोग करने का इरादा रखते हैं, और यह खेल और खेलों के साथ कम्यूनिटीज को पोषित करने के हमारे ²ष्टिकोण से भी जुड़ा हुआ है।

ऊषा देशभर में समावेशी खेल पहलों की एक बड़ी सपोर्टर और प्रमोटर रही हैं, जिसमें आईपीएल के लिए मुंबई इंडियंस टीम, अल्टीमेट फ्लाइंग डिस्क, गोल्फ, विशेष रूप से दिव्यांगों के लिए क्रिकेट, साथ ही फुटबॉल भी शामिल है। ब्रांड ने क्षेत्रीय लोगों को लंबे समय से भुलाए जा चुके स्वदेशी भारतीय क्षेत्रीय खेलों जैसे कलारी, मल्लखंब, सियत खानम, थांग-ता, और साज-लॉन्ग, पिथू के साथ फिर से जोड़ने के लिए भी निवेश किया है।

उन्होंने आगे कहा, ऊषा में हम ²ष्टिहीनों के लिए ऊषा नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप के एक और सीजन को देखने व उससे सीखने के लिए प्रेरित हैं। यह देखना प्रेरणादायक है कि कैसे खेल, जीवन को बदलने और मतभेदों को पीछे छोड़कर उन्हें एक साथ लाने में मदद कर सकते हैं। इस मेगा-इवेंट का भागीदार होने के नाते, हम विकलांगों के लिए भारत के एथलेटिक इकोसिस्टम को बढ़ाने और उस तक पहुंच का सहयोग करने का इरादा रखते हैं, और यह खेल और खेलों के साथ कम्यूनिटीज को पोषित करने के हमारे ²ष्टिकोण से भी जुड़ा हुआ है।

Also Read: क्रिकेट के अनोखे किस्से

This story has not been edited by Cricketnmore staff and is auto-generated from a syndicated feed

TAGS

संबंधित क्रिकेट समाचार ::

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें