आईपीएल के सकारात्मक पहलू को देखने की जरूरत : धोनी
नई दिल्ली, 15 फरवरी | भारत की एकदिवसीय और टी-20 टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सोमवार को स्वीकार किया कि हाल के दिनों में विवादों के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का नाम खराब हुआ है लेकिन इससे अधिक फर्क नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि इस लीग ने भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दिया है। आईपीएल की नई टीम राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के कप्तान चुने गए धौनी के मुताबिक आईपीएल के खराब पहलुओं को देखने की बजाय इसके सकारात्मक पहलुओं को देखने की जरूरत है क्योंकि यह युवओं को एक शानदार प्लेटफार्म उपलब्ध करा रहा है।
धौनी ने सुपरजाएंट्स की जर्सी के लांच पर संवाददाताओं से कहा, "आईपीएल ने काफी बदनामी झेली है लेकिन इसने भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दिया भी है। हमें इसके सकारात्मक पहलुओं पर अधिक जोर देना चाहिए। इसने हमें एक ऐसा प्लेटफार्म दिया है, जिसके माध्यम से हम अच्छा खेलने वाले और प्रतिभाशाली युवाओं की पहचान कर सकते हैं। साथ ही साथ हम घरेलू क्रिकेट के दौरान उन पर नजर रख सकते हैं।"
आठ साल तक चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान रहे धौनी के मुताबिक आईपीएल के कारण ही अब प्रतिभाओं को पहचानना काफी आसान हो गया है। इसने खिलाड़ियों को ऐसा माहौल प्रदान किया है, जिसमें खेलकर वे खुद को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के कठिन हालात के साथ खुद को ढाल सकते हैं।
बकौल धौनी, "हम जानते हैं कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में काफी अंतर होता है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कठिन हालात को समझने और उसी के अनुसार खेलने का दूसरा नाम है। आईपीएल में नए खिलाड़ी 40 हजार लोगों के सामने खेल रहे होते हैं। ऐसे में जब वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आते हैं तो वे उस दबाव को महसूस नहीं करते, जो पहले से वहां होता है। वे सामान्य हालात में स्वाभाविक खेल खेलते हैं।"
धौनी ने कहा कि भारत के लिहाज से आईपीएल काफी शानदार रहा है। इसने कई ऐसे खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने पहले ही मैच से शानदार प्रदर्शन किया है और दबाव में नहीं झुके हैं। यही आईपीएल की देन और सुंदरता है।
कप्तान ने कहा, "पवन नेगी, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या ऐसे तीन नाम हैं, जो युवा है और भारतीय टीम में हैं। ये आईपीएल की देन हैं। इसके अलावा दर्जनों ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जो इस लीग में खेलकर भारत के लिए खेल चुके हैं। यह लीग खिलाड़ियों को धन और देश के लिए खेलने का मौका प्रदान कर रहा है। इससे अच्छी बात और क्या होगी।"
उल्लेखनीय है कि आईपीएल, 2013 में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले को लेकर काफी बदनाम हो गया था। उस साल लीग की दो टीमों-सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों और अधिकारियों की सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्तता को देखते हुए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित लोढ़ा समिति ने राजस्थान और सुपर किंग्स को दो साल के लिए निलम्बित करने की सिफारिश की थी, जिसे आईपीएल गवर्निग काउंसिल ने मान लिया था।
इसके बाद दो साल के लिए दो नई टीमें आईपीएल से जुड़ीं। एक पुणे की सुपरजाएंट्स टीम है और दूसरी राजकोट की गुजरात लायंस टीम है, जिसकी कमान धौनी की टीम के अहम सदस्य रहे सुरेश रैना के हाथों में है।
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