अलविदा फिलिप ह्यूज,मातम में डूबा मैक्सविल
नई दिल्ली, 03 दिसम्बर (हि.स.) । ऑस्ट्रेलिया के दिवंगत बल्लेबाज फिलिप ह्यूज का आज उनके पैतृक शहर मैक्सविल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्हें आखिरी बार अलविदा कहने के लिए ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर के क्रिकेटर, राजनेता व अन्य नामी हस्तियां मौजूद रहीं।
स्थानीय समय के मुताबिक दोपहर 2 बजे ह्यूज का अंतिम संस्कार शुरू हुआ। मैक्सविल हाई स्कूल में फादर माइकल एलकॉक ने फिल के ताबूत पर पवित्र जल छिड़कते हुए मेमोरियल प्रोग्राम को शुरू किया। इसके बाद परिजनों और करीबी दोस्तों ने श्रद्धांजलि देना शुरू किया। ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम के कैप्टन माइकल क्लार्क बड़ी मुश्किल से अपनी भावनाओं पर काबू पाते दिखे। उन्होने कहा फिल के जज्बे से हमें सीख लेनी चाहिए। इसके बाद वह फूट-फूटकर रो पड़े।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सीईओ जेम्स सदरलैंड ने पूरे क्रिकेट वर्ल्ड की तरफ से श्रद्धांजलि दी। इसके बाद ह्यूज की अंतिम यात्रा शुरू हुई। माइकल क्लार्क, कोरी आयरलैंड, एरॉन फिंच, जेसन ह्यूज, ग्रेगरी ह्यूज, टॉम कूपर और मैथ्यू डे ने ताबूत को कंधा दिया। 40 मिनट तक यह यात्रा मैक्सविल कस्बे के बीच से जारी रही। हजारों लोगों का काफिला फिल की अंतिम यात्रा के साथ-साथ चल रहा था। जो लोग साथ नहीं जा पाए, उनके लिए मैक्सविल हाई स्कूल के बाहर दो बड़ी स्क्रीन्स लगाई गई थीं। सिडनी, मेलबर्न और कई क्रिकेट ग्राउंड्स पर सीधा प्रसारण भी किया गया, जहां पर हजारों प्रशंसक मौजूद रहे।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कैप्टन मार्क टेलर, स्टीव वॉ और रिकी पॉन्टिंग के अलावा ऑस्ट्रेलिया की सभी नैशनल टीम्स के सदस्य इस मौके पर मौजूद रहे। इनके अलावा ब्रायन लारा, रिचर्ड हैडली, माइक हसी, जस्टिन लैंगर समेत अन्य क्रिकेटर भी उपस्थित थे। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी ऐबट ने भी मैक्सविल पहुंचकर फिल को श्रद्धांजलि दी। टीम इंडिया के अनियमित कप्तान विराट कोहली,रोहित शर्मा और टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री भी मौजूद थे। वह अंतिम यात्रा के दौरान पैदल भी चले।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके फिल ह्यूज को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा है, 'फिल, हम आपको मिस करेंगे। आपके खेल और उत्साह ने दुनिया भर में आपके प्रशंसक बनाए हैं। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे।'
पिछले मंगलवार को शैफील्ड शिल्ड के एक मैच के दौरान साउथ ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए शीन एबॉट की बाउंसर गेंद लगने से वह चोटिल हो गए थे और सिडनी के सेंट विन्सेंट हॉस्पिटल में दो दिन तक इलाज चलने के बाद उनकी मौत हो गई थी।