Happy Birthday The Wall: राहुल द्रविड़ के वो रिकॉर्ड, जिनके करीब सचिन और विराट भी नहीं पहुंच पाए
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ आज यानि 11 जनवरी, 2024 के दिन अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके इस खास दिन पर ही भारतीय टीम अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मैच भी खेलने जा रही है ऐसे में रोहित शर्मा की टीम अपने कोच को उनके इस खास दिन पर जीत का तोहफा देना चाहेगी।
'द वॉल' के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने अपने करियर के दौरान कई ऐसे रिकॉर्ड्स बनाए जिन्हें आज भी कोई क्रिकेटर तोड़ नहीं पाया है। तो चलिए आज उनके इस खास दिन पर हम आपको उनकी उन्हीं उपलब्धियों के बारे में बताते हैं जिनके आसपास सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट कोहली भी नहीं पहुंच पाए हैं।
राहुल द्रविड़ के वो रिकॉर्ड्स जो शायद ही कभी टूट पाएं
1. राहुल द्रविड़ ने टी-20, वनडे और टेस्ट क्रिकेट में बिना जीरो (0) पर आउट सबसे ज्यादा 173 पारियां खेली थीं। राहुल द्रविड़ ने ये कारनामा 10 जनवरी 2000 से 6 फरवरी 2004 के बीच किया। राहुल द्रविड़ का ये रिकॉर्ड आज भी कायम है और कोई भी बल्लेबाज उनके आसपास भी नहीं है। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर महान सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने बिना जीरो पर आउट हुए 136 पारियां खेली थीं।
2. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड भी राहुल द्रविड़ के नाम पर ही दर्ज है। द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 164 टेस्ट मैचों में 31258 गेंदों का सामना किया जो कि आज भी एक रिकॉर्ड है।
3. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा मिनट तक बल्लेबाजी करने का रिकॉर्ड भी द वॉल के नाम पर ही दर्ज है। द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर के दौरान 44,152 मिनट तक बल्लेबाजी की और ऐसा लगता नहीं कि कोई भी बल्लेबाज द्रविड़ के इस रिकॉर्ड के आसपास भी पहुंच पाएगा।
4. राहुल द्रविड़ 10 देशों में टेस्ट शतक लगाने वाले इकलौते भारतीय क्रिकेटर हैं। राहुल द्रविड़ के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महान सचिन तेंदुलकर से लेकर मौजूदा समय में विराट कोहली भी ये कारनामा नहीं कर पाए हैं।
5. राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में बतौर फील्डर 210 कैच पकड़े हैं जो आज भी एक कीर्तिमान है और ये भी एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसे तोड़ने के लिए किसी भी क्रिकेटर को लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलना पड़ेगा।
राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के लिए जो कुछ किया, उन्हें उसका उतना क्रेडिट कभी नहीं मिला जितना शायद वो डिजर्व करते थे। राहुल द्रविड़ की सिर्फ एक गलती थी कि वो उस समय भारतीय टीम में आए जब सचिन तेंदुलकर नाम का स्टार भारतीय क्रिकेट में जगमगा रहा था। अगर द्रविड़ के समय सचिन ना होते तो आज द्रविड़ का नाम भी उसी तरह लिया जाता जिस तरह सचिन को याद किया जाता है।
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महान राहुल द्रविड़ के अंतर्राष्ट्रीय करियर की बात करें तो उन्होंने 164 टेस्ट मैचों में 36 शतक और 63 अर्धशतक के साथ 13288 रन बनाए. इस दौरान उनका औसत भी 52.31 का रहा। जबकि 344 वनडे में द्रविड़ के नाम 10889 रन रहे, इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 83 अर्धशतक जड़े। द्रविड़ ने भारत के लिए सिर्फ 1 टी-20 मैच खेला जिसमें उन्होंने 31 रन बनाए।