बारिश ने पाकिस्तान के सपने धोए, वसीम अकरम बोले – ‘अब क्या प्राइड?, अब बस घर जाओ’
रावलपिंडी में हुई बारिश ने पाकिस्तान की बची-कुची उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया और इसी के साथ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान का सफर खत्म हो गया। पहले न्यूजीलैंड से हार और फिर भारत से मिली करारी शिकस्त के बाद पाकिस्तान की राह पहले ही मुश्किल हो गई थी। उनके सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए बांग्लादेश को न्यूजीलैंड को हराना जरूरी था, लेकिन ब्लैककैप्स ने बांग्लादेश को हराकर पाकिस्तान के लिए टूर्नामेंट का दरवाजा बंद कर दिया।
पाकिस्तान ने 29 साल बाद किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी की थी, लेकिन टीम का प्रदर्शन उम्मीदों के बिल्कुल उलट रहा। टूर्नामेंट में अपना आखिरी मैच पाकिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ खेलना था, जिससे वे कम से कम विजयी विदाई ले सकें, लेकिन बारिश ने यह मौका भी छीन लिया। इस मुकाबले को लेकर ‘प्राइड के लिए खेल रहे हैं’ जैसी बातें हो रही थीं, लेकिन दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम को ये बातें बिलकुल पसंद नहीं आईं।
वसीम अकरम का गुस्सा – ‘अब क्या प्राइड?’
टेन स्पोर्ट्स के DP World Dressing Room शो में बोलते हुए वसीम अकरम ने साफ कहा कि अब ‘प्राइड’ जैसी बातों का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा, "क्या प्राइड? मैंने पहले ही कहा था, मुझसे यह सवाल मत पूछो। प्राइड तब होती है जब आगे क्वालिफाई करने का मौका हो। अब क्या प्राइड? दोनों टीमों (पाकिस्तान और बांग्लादेश) को घर जाना है। बस मैच खेलो और निकलो।"
अकरम ने पाकिस्तान के हालिया खराब प्रदर्शन को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की टेस्ट चैंपियनशिप में 7वीं या 8वीं पोजीशन रही, 2022 टी20 वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज से आगे नहीं बढ़ सके, 2023 वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाए और अब चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए। यह बहुत चिंता की बात है। टीम में वही खिलाड़ी चल रहे हैं, कोई खास सुधार नहीं दिख रहा।"
वकार यूनुस ने दिया अलग बयान
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज और अकरम के पुराने गेंदबाजी जोड़ीदार वकार यूनुस इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि भले ही चैंपियंस ट्रॉफी खत्म हो गई हो, लेकिन क्रिकेट खत्म नहीं हुआ है। पाकिस्तान को अगले कुछ महीनों में न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 टी20 और 3 वनडे मैच खेलने हैं, और इस दौरान बहुत कुछ सुधारने की जरूरत है। टूर्नामेंट खत्म हो गया है, लेकिन क्रिकेट जारी है। हार मानने से कुछ नहीं होगा। पीसीबी को अब बैठकर देखना होगा कि टीम की कमियां क्या हैं और उन्हें कैसे दूर किया जाए। काफी चर्चाएं होंगी और उम्मीद है कि चीजें पटरी पर लौटेंगी।