हार्दिक की गैरमौजूदगी टीम को पड़ी भारी, सालों बाद रवि शास्त्री ने खोल कर रखा दिल

Updated: Mon, Jul 25 2022 14:46 IST
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रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के हेड कोच के तौर पर काफी उपलब्धियां हासिल की। दिग्गज ऑलराउंडर ने साल 2017 से 2021 तक मेन्स टीम में हेड कोच की भूमिका निभाई जिसके दौरान इंडियन टीम ने सिर्फ घर पर ही नहीं बल्कि विदेशों में बड़ी जीत दर्ज की। रवि शास्त्री और विराट कोहली की जोड़ी सुपर हिट थी, लेकिन वह दोनों मिलकर भारतीय टीम को एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीता सके जिसका मलाल उन्हें आज तक सता रहा है। हाल ही में रवि शास्त्री ने अपना दिल खोला और जगजाहिर करते हुए यह बताया कि आखिरी उनके और विराट के नेतृत्व में किस वज़ह से भारत एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सका।

रवि शास्त्री ने बातचीत करते हुए कहा, 'मुझे हमेशा से एक ऐसा खिलाड़ी चाहिए था जो टॉप-6 में बॉलिंग कर सके। और हार्दिक के चोटिल होने के साथ यह एक बड़ी परेशानी बन गई, जिसका खामियाजा टीम को वर्ल्ड कप के तौर पर उठाना पड़ा। क्योंकि हमारे पास टॉप-6 में कोई भी ऐसा नहीं था जो गेंदबाज़ी कर रहे इसलिए यह लायबिलिटी बन गया। हमने सेलेक्टर्स से कहा किसी को ढूंढो, लेकिन, तब वहां कौन था?'

बता दें कि विराट कोहली और रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम को वनडे वर्ल्डकप(2019), टी-20 वर्ल्ड कप(2021), और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशीप(2021) जैसे बड़े टूर्नामेंट में हार का सामना करना पड़ा था, जिसके दुख को आज तक कोई भी नहीं भुला सका है। ऐसे में रवि शास्त्री के बयान ने यह साफ कर दिया है कि हार्दिक पांड्या जैसे ऑलराउंडर की कमी को भारतीय टीम में पूरा करना कितना मुश्किल रहा।

गौरतलब है कि हार्दिक पांड्या साल 2018 में एशिया कप के दौरान बैक इंजरी के कारण चोटिल हो गए थे, जिसके बाद लंबे समय तक वह क्रिकेट से दूर रहे। लेकिन अब हार्दिक पूरी तरह फिट होकर मैदान पर वापसी कर चुके हैं और पूरी लय में दिख रहे हैं, ऐसे में अब भारतीय टीम की निगाहें इस साल अक्टूबर-नवंबर के महीने में होने वाले टी-20 वर्ल्ड को अपने नाम करने पर टिकी होंगी। 

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