इस बार नही चला धोनी का जादू
11 मई, नई दिल्ली। पहली बार आईपीएल का हिस्सा बनी राइजिंग पुणे सुपरजाइट्स की टीम अहम मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। पुणे आईपीएल 2016 से बाहर होने वाली पहली टीम है।
पुणे की इस हार के साथ आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब इस लीग के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी प्लेऑफ का हिस्सा नहीं होंगे।
पुणे से पहले धोनी चेन्नई सुपरकिंगस के कप्तान रहे औऱ उनकी कप्तानी में चेन्नई ने लगातार 8 साल तक टॉप 4 टीमों में जगह बनाई। धोनी की कप्तानी की कमाल ही था कि चेन्नई सुपरकिंग्स ने आईपीएल के पिछले आठ फाइनल में रिकॉर्ड छह बार फाइनल खेला है।
धोनी की कप्तानी में साल 2010 और 2011 में चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल चैंपियन बनी और 2008, 2012, 2013 औऱ 2015 में टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया। धोनी ने 140 आईपीएल मैचों में कप्तानी की है, जिसमें उनकी टीम को 81 मैच में जीत मिली, जबकि 58 मैच में हार का सामना करना पड़ा है।
इस आईपीएल में धोनी की नाकामी की सबसे बड़ी वजह टीम का सही संयोजन नहीं मिल पाना रहा। अक्सर एक ही प्लेइंग इलेवन के साथ पूरे टूर्नामेंट में खेलने के लिए जाने जानें वाले धोनी को अभी तक टीम का सही संयोजन नहीं मिल पाया। जिसकी वजह चोटिल खिलाड़ी रहे। पुणे के सलामी बल्लेबाज फॉफ डु प्लेसिस, केविन पीटरसन, स्टीव स्मिथ और हरफनमौला मिशेल मार्श को चोट के कारण आईपीएल को अलविदा कहना पड़ा।