'जहां बाप की कहानी हुई थी खत्म, वहीं से बेटे ने की शुरूआत', सचिन और अर्जुन के करियर का दिलचस्प संयोग
भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर बेशक क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। लेकिन अब क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर उनकी विरासत को आगे लेकर चलेंगे। अर्जुन ने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलना शुरू भी कर दिया है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन के बेटे अर्जुन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के जरिए मुंबई की सीनियर टीम में डेब्यू कर लिया है।
मुंबई और हरियाणा के बीच हुए मुकाबले में वो प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए और इस तरह एक ऐसा संयोग देखने को मिला जो क्रिकेट प्रेमियों को शायद दोबारा कभी देखने को ना मिले। हरियाणा के खिलाफ मैदान में उतरते ही अर्जुन और सचिन के करियर के बीच एक रोचक संयोग जुड़ गया।
दरअसल, हरियाणा वही घरेलू टीम है जिसके खिलाफ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी फर्स्ट क्लास मैच खेला था। सचिन ने साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ संन्यास लेने से पहले हरियाणा के खिलाफ अपना आखिरी घरेलू मैच खेला था। इस मैच के बाद सचिन कभी भी घरेलू क्रिकेट में बल्ला लेकर नहीं उतरे।
सचिन ने हरियाणा के खिलाफ अपने घरेलू क्रिकेट पर विराम लगाया था और अब उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने 8 साल बाद हरियाणा की टीम के ही खिलाफ अपने करियर का आगाज किया है। बाप और बेटे के बीच ऐसा संयोग शायद ही दोबारा कभी देखने को मिले। हालांकि, ये देखना दिलचस्प होगा कि अर्जुन अपने पिता जितनी लोकप्रियता और कामयाबी हासिल कर पाते हैं या नहीं।
आपको बता दें कि अर्जुन ने हरियाणा के खिलाफ 3 ओवर में 34 रन देकर एक विकाट हासलि किया। इसके अलावा अर्जुन मुंबई के लिये विभिन्न उम्र के ग्रुप टूर्नामेंट में खेल चुके हैं और उन्होंने 2018 में श्रीलंका का दौरा करने वाली अंडर-19 टीम में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था।