साउथ अफ्रीका का पहला 'ब्लैक क्रिकेटर', जो विकेट चटकाने के लिए अपने मुंह पर मलता था पेशाब!
साउथ अफ्रीका के दिग्गज गेंदबाज मखाया एंटिनी (Makhaya Ntini) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। 20 साल की उम्र में साउथ अफ्रीका की नेशनल टीम में जगह बनाने वाले मखाया एंटिनी ने अपनी गेंदबाजी से अफ्रीकी टीम को कई मैच जितवाए। लेकिन मखाया एंटिनी की लाइफ से जुड़ा एक पहलू जिसे बेहद ही कम लोग जानते हैं।
मखाया एंटिनी ने अपना पूरा बचपन गरीबी में बिताया था। मखाया एंटिनी बचपन में गाय और जानवरों को नंगे पैर चराते थे। मखाया एंटिनी के पास जूते खरीदने तक के लिए पैसे नहीं थे। पैरों को गर्मी देने के लिए मखाया गाय के ताज़े गोबर का इंतज़ार करते थे। मखाया एंटिनी गोबर में अपने पैरों को डालकर उन्हें गर्मी देते थे।
मखाया एंटिनी मैच में विकेट चटकाने के लिए अपने मुंह पर पेशाब तक मलते थे। एक इंटरव्यू रे दौरान मखाया ने बताया था, 'बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते लेकिन अगर मैं कभी भी खेल के एक सेशन में अच्छा नहीं कर पाता था, तो टॉयलेट में जाकर अपने हाथ पर पेशाब करता और फिर उसे अपने चेहरे पर मसल लेता था। इससे मैं फिर से आगे के खेल और स्पेल के लिए तरोताज़ा हो जाता था।'
बता दें कि मखाया एंटिनी पहले ब्लैक क्रिकेटर थे जिन्हें साउथ अफ्रीका टीम में चुना गया था। मखाया एंटिनी ने अपने टेस्ट करियर में 101 टेस्ट मैचों में 390 और 173 वनडे में 266 विकेट लिए थे। साल 2011 में भारत के खिलाफ टी20 खेलकर मखाया एंटिनी ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। मखाया एंटिनी के संन्यास के मौके सचिन तेंदुलकर भी काफी भावुक नजर आए थे।