भारत और द.अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज होने से डिविलियर्स नाखुश
दक्षिण अफ्रीका ने सेंचुरियन में पहला टेस्ट तीन दिन के अंदर एक पारी और 32 रन से जीता।
फिर, भारत ने दूसरे टेस्ट में सात विकेट से जीत दर्ज की और सीरीज 1-1 से बराबर की। केपटाउटन में खेला गया यह टेस्ट केवल 4.4 सेशन ही चल पाया। इस तरह यह मुकबाला इस फॉर्मेट का सबसे छोटा मैच बन गया।
डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "मैं इस बात से खुश नहीं हूं कि यह सीरीज केवल दो मैचों की थी। आपको इसके लिए दुनियाभर में चल रहे टी20 क्रिकेट को दोष देना होगा। मैं नहीं जानता कि किसे दोष दूं, लेकिन मुझे लगता है कि कुछ गलत हो रहा है। यदि आप सभी टीमों को एक दूसरे को कड़ी टक्कर और सबसे बेस्ट टीम को देखना चाहते हैं, तो चीजों में बदलाव लाना होगा।"
केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में पिच को लेकर चिंताएं थीं। इस पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा उछाल और सीम मूवमेंट थी।
दक्षिण अफ्रीका का अगला टेस्ट असाइनमेंट फरवरी में न्यूजीलैंड का दो मैचों का दौरा होगा। हालांकि, उनके प्रमुख खिलाड़ी 10 जनवरी से शुरू होने वाले एसए20 के दूसरे सीज़न को खेलने के लिए घर पर रहेंगे, क्योंकि लीग न्यूजीलैंड के टेस्ट दौरे के साथ क्लैश कर रही है।
न्यूजीलैंड दौरे के लिए 14 सदस्यीय दक्षिण अफ्रीका टीम की कप्तानी सलामी बल्लेबाज नील ब्रांड करेंगे, जो टीम के सात अनकैप्ड खिलाड़ियों में से हैं।
इस कदम से वित्तीय स्थिरता कारणों से टेस्ट श्रृंखला पर अपनी फ्रेंचाइजी टी20 लीग प्रतियोगिता को प्राथमिकता देने के लिए दक्षिण अफ्रीका की भारी आलोचना हुई।
डिविलियर्स का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट पर टी20 का दबाव है और उन्होंने स्वीकार किया कि खिलाड़ी और कोच टेस्ट और वनडे जैसे लंबे प्रारूप खेलने के बजाय फ्रेंचाइजी लीग का विकल्प चुनेंगे।