आईसीसी का बड़ा फैसला, तत्काल प्रभाव से यूएसए क्रिकेट की सदस्यता रद्द
यूएसए क्रिकेट को 2024 की आईसीसी वार्षिक आम बैठक के दौरान आईसीसी सदस्यता मानदंडों का पालन न करने के लिए 'नोटिस' दिया गया। इसी के साथ बोर्ड को स्थिति सुधारने के लिए 12 महीनों का समय दिया गया। हालांकि, वह इसमें नाकाम रहा और आईसीसी ने उनकी सदस्यता निलंबित करने का फैसला लिया।
प्रेस रिलीज के मुताबिक, कुछ दिन पहले अपनी बैठक के दौरान आईसीसी बोर्ड ने यह फैसला आईसीसी के संविधान के तहत आईसीसी सदस्य के रूप में यूएसए क्रिकेट की ओर से अपने दायित्वों के बार-बार और निरंतर उल्लंघन के आधार पर लिया था।
आईसीसी ने प्रेस रिलीज में कहा, "इनमें कार्यात्मक शासन संरचना को लागू करने में विफलता, संयुक्त राज्य अमेरिका ओलंपिक और पैरालंपिक समिति (यूएसओपीसी) के साथ राष्ट्रीय शासी निकाय का दर्जा प्राप्त करने की दिशा में प्रगति की कमी, और संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में क्रिकेट की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाली महत्वपूर्ण कार्रवाइयां शामिल हैं, लेकिन यह सिर्फ इन्हीं तक सीमित नहीं हैं।"
2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट टी20 प्रारूप में वापसी करने जा रहा है, जो यूएसए क्रिकेट के अधिकार क्षेत्र में आता है। ऐसे में आईसीसी ने लॉस एंजिल्स 2028 में हिस्सा लेने के अधिकार को बरकरार रखते हुए खेल और खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करने का फैसला किया है।
आईसीसी बोर्ड ने इस निलंबन को खेल के दीर्घकालिक हितों की रक्षा के लिए दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन जरूरी कदम बताते हुए फैसला लिया है कि अमेरिका की राष्ट्रीय टीमें आईसीसी इवेंट्स में हिस्सा लेने का अधिकार बरकरार रखेंगी, जिसमें लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों की तैयारियां भी शामिल हैं।
2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट टी20 प्रारूप में वापसी करने जा रहा है, जो यूएसए क्रिकेट के अधिकार क्षेत्र में आता है। ऐसे में आईसीसी ने लॉस एंजिल्स 2028 में हिस्सा लेने के अधिकार को बरकरार रखते हुए खेल और खिलाड़ियों के हितों की रक्षा करने का फैसला किया है।
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आईसीसी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, "यह कदम अमेरिकी क्रिकेटर्स के सर्वोत्तम हितों को बनाए रखने और उच्च-प्रदर्शन और खिलाड़ी विकास कार्यक्रम को जारी रखने के प्रति आईसीसी की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा और क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।"