भारत से 10 वर्षों का हिसाब बराबर करना है : नाथन लियोन
ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर का लक्ष्य भारत के खिलाफ टीम में अहम योगदान देने पर है और वो एक दशक से ट्रॉफी न जीतने का हिसाब बराबर करने के लिए बेताब हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने 2014-15 के बाद से अब तक बॉर्डर-गावस्कर पर कब्जा नहीं जमाया है। इस दौरान उन्हें अपने घर में भी लगातार दो सीरीज में हार मिली है।
2020-21 में भारत 0-1 से पीछे था और एडिलेड में 36 रन पर ऑलआउट हो गया था लेकिन उसके बाद टीम मेलबर्न में जीती और ब्रिस्बेन में उन्होंने इतिहास रचा। साथ ही साथ सिडनी में भी एक न भूलने वाले टेस्ट को वे ड्रॉ कराने में कामयाब रहे थे।
लगभग हर फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और सभी ट्रॉफी जीती लेकिन इस युग वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी न जीत पाना उन्हें काफ़ी चुभता है। ऑस्ट्रेलिया को वनडे विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का ख़िताब जिताने वाले कप्तान पैट कमिंस अब तक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने वाली टीम में नहीं रहे हैं।
लियोन ने कहा, "10 साल से हमारा सपना अधूरा है। काफी लंबा समय हो गया है और मुझे पता है कि हम खासकर अपने घर पर चीजों को बदलने के लिए बेताब हैं। मुझे गलत मत समझें, लेकिन भारत एक सुपरस्टार है और बेहद चुनौतीपूर्ण टीम है। लेकिन मैं चीज़ों को बदलने और ट्रॉफी वापस पाने के लिए बेताब हूं।"
लियोनने आगे कहा, "ऐसा महसूस हो रहा है कि हम कुछ साल पहले की टीम से अलग हैं, हम एक महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम बनने के सफ़र पर हैं। हालांकि हम निश्चित रूप से अभी वहां नहीं हैं लेकिन उससे दूर भी नहीं क्योंकि हम बेहतरीन क्रिकेट खेल रहे हैं।"
उन्होंने स्वीकार किया कि भारत के पास कुछ विश्व स्तरीय खिलाड़ियों की भरमार है जिसमें उन्होंने यशस्वी जायसवाल को सबसे बेहतरीन बताया। साथ ही साथ ये भी कहा कि काउंटी क्रिकेट के अनुभव को वह जायसवाल के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करेंगे।
लियोनने आगे कहा, "ऐसा महसूस हो रहा है कि हम कुछ साल पहले की टीम से अलग हैं, हम एक महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम बनने के सफ़र पर हैं। हालांकि हम निश्चित रूप से अभी वहां नहीं हैं लेकिन उससे दूर भी नहीं क्योंकि हम बेहतरीन क्रिकेट खेल रहे हैं।"
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Article Source: IANS