आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर बड़े शॉट लगाना नहीं, खेल की स्थिति को समझना जरूरी है : वेंकटेश अय्यर
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में अय्यर ने मात्र 29 गेंदों पर 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 60 रन की शानदार पारी खेली और पिछले सीजन के फाइनल की तरह ईडन गार्डन्स पर गुरुवार को एक अच्छी शुरुआत के बाद केकेआर को 200 रनों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
केकेआर की बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर अय्यर ने बताया, "आक्रामकता दिखाना जरूरी है। लेकिन, खेलने के दौरान महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने नेचुरल गेम पर फोकस रखें।
अय्यर ने कहा कि अगर हमारा स्कोर 50 रन पर छह विकेट है और हमें खुद को स्मार्ट क्रिकेटर कहना है, तो किसी भी स्थिति को समझना और उसके अनुसार प्रतिक्रिया करना बहुत महत्वपूर्ण है।
बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने स्पष्ट किया कि केकेआर की आक्रामकता की परिभाषा हर गेंद पर बिना सोचे-समझे बाउंड्री लगाना नहीं है। उन्होंने विस्तार से बताया, "आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर अधिकतम शॉट मारना नहीं है। यह इस बारे में है कि आप परिस्थितियों को कैसे समझते हैं और परिस्थितियों को अपने पक्ष में कैसे ला सकते हैं।"
अय्यर ने अपने साथियों में कप्तान अजिंक्य रहाणे और युवा बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी को अपनी शानदार बल्लेबाजी का क्रेडिट दिया। जिन्होंने टाइमआउट के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी साझा की थी। केकेआर के लिए रहाणे ने 38 रन बनाए, जबकि रघुवंशी ने 50 रन की पारी खेली।
अय्यर ने कहा कि टाइम-आउट के दौरान कप्तान ने संदेश भेज कर बताया था कि यह कोई आसान पिच नहीं है, जहां जाकर आसानी से हिट किया जा सके। आपको अपना समय लेना होगा।
टीम के लिए डेथ ओवरों में तेजी से रन बनाने के लिए अय्यर और रिंकू सिंह पर सबकी नजर होती है। हैदराबाद के सामने अय्यर ने अपनी पारी से इसे सही साबित किया है।
अय्यर ने कहा कि टाइम-आउट के दौरान कप्तान ने संदेश भेज कर बताया था कि यह कोई आसान पिच नहीं है, जहां जाकर आसानी से हिट किया जा सके। आपको अपना समय लेना होगा।
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Article Source: IANS