आईपीएल 2025 : वेंकटेश अय्यर की पारी के कायल हुए इयोन मार्गन, कहा- सीजन में बढ़ेगा उनका आत्मविश्वास
वेंकटेश अय्यर को इस बार की नीलामी में कोलकाता ने 23.75 करोड़ रुपये में फिर से खरीदा था। लेकिन शुरुआती दो मैचों में वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस के खिलाफ सिर्फ 6 और 3 रन ही बना सके थे। फिर हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने 29 गेंदों में 60 रन ठोक डाले, जिसमें 7 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
मॉर्गन ने जियोहॉटस्टार पर बात करते हुए कहा, "हमने कई बार देखा है कि जब खिलाड़ियों पर बड़ी कीमत का दबाव होता है, तो वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। लेकिन वेंकटेश की यह पारी दिखाती है कि शायद अब उनका सीजन सही रास्ते पर आ जाए और कोलकाता की बल्लेबाजी को मजबूती मिले।"
इसके साथ ही मॉर्गन ने अजिंक्य रहाणे की शांत और सोच-समझकर की गई कप्तानी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, "रहाणे शानदार थे। मैदान पर फैसले लेते समय भावनाओं को एक तरफ रखना एक अच्छे कप्तान की पहचान होती है, और उन्होंने ऐसा ही किया। जब शुरुआती विकेट मिले, तो उन्होंने सही समय पर गेंदबाजी में बदलाव किए, जिससे मैच को अपने पक्ष में कर लिया।"
शुरुआती झटकों के बाद अंग्कृष रघुवंशी और वेंकटेश अय्यर के अर्धशतकों की मदद से केकेआर ने 20 ओवर में 200 रन बनाए। फिर गेंदबाजों ने कमाल कर दिया और हैदराबाद की पूरी टीम को सिर्फ 120 रन पर आउट कर दिया। वैभव अरोड़ा और वरुण चक्रवर्ती ने 3-3 विकेट झटके।
मॉर्गन ने केकेआर के इस प्रदर्शन की जमकर तारीफ की और कहा, "केकेआर ने सनराइजर्स को पूरी तरह से दबोच लिया। जब आप कोई मैच बुरी तरह हारते हैं, खासकर बाहर के मैदान पर, तो वापसी करना आसान नहीं होता। लेकिन केकेआर ने हार मानने के बजाय आत्मविश्वास दिखाया। बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी ली और गेंदबाजों ने हर मौका भुनाया।"
उन्होंने आगे कहा, "जब आप विरोधी टीम के अहम बल्लेबाजों को शुरू में आउट कर देते हैं, तो मैच पर पकड़ बन जाती है। रहाणे की कप्तानी इसमें अहम रही। उन्होंने आंद्रे रसेल को सही समय पर इस्तेमाल किया, मोइन अली और वेंकटेश अय्यर से गेंदबाजी नहीं करवाई और जीत की रणनीति अपनाई। यह वही सोच है जिसकी जरूरत एक संघर्ष कर रही टीम को होती है।"
मॉर्गन ने केकेआर के इस प्रदर्शन की जमकर तारीफ की और कहा, "केकेआर ने सनराइजर्स को पूरी तरह से दबोच लिया। जब आप कोई मैच बुरी तरह हारते हैं, खासकर बाहर के मैदान पर, तो वापसी करना आसान नहीं होता। लेकिन केकेआर ने हार मानने के बजाय आत्मविश्वास दिखाया। बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी ली और गेंदबाजों ने हर मौका भुनाया।"
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Article Source: IANS