बांग्लादेश के पूर्व कप्तान महमूदुल्लाह ने लिया टी20 से संन्यास
भारत के ख़िलाफ़ दिल्ली में होने वाले दूसरे टी20 से पहले अपने संन्यास का ऐलान करते हुए महमूदुल्लाह ने कहा, "यह मेरी आख़िरी सीरीज़ होगी और इसके बाद मैं वनडे क्रिकेट पर ध्यान दूंगा। भारत आने से पहले ही मैंने इसके बारे में निर्णय ले लिया था। मैंने इसके बारे में अपने परिवार, कप्तान, कोच, मुख्य चयनकर्ता और बोर्ड अध्यक्ष से भी बात की थी। मुझे लगता है कि यह आगे बढ़ने का सही समय है। मैं अब वनडे मैचों पर फ़ोकस करूंगा, जबकि टीम को अगले दो साल में फिर से टी20 विश्व कप खेलना है तो टीम उस पर ध्यान देगी।"
38 साल के इस ऑलराउंडर ने 2007 में अतंर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उनके नाम 139 टी20 में आठ अर्धशतकों की मदद से 2395 रन जबकि 27.35 की औसत से 40 विकेट है। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 50 टेस्ट में पांच शतकों की मदद से 2914 रन और 43 विकेट तथा वनडे क्रिकेट में उनके नाम चार शतकों की मदद से 5386 रन और 82 विकेट हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 रन, 100 विकेट और 100 कैचों का रिकॉर्ड बनाने वाले वह कुछ दुर्लभ ऑलराउंडर्स में से एक हैं। 2018 के निदहास ट्रॉफ़ी के दौरान उन्होंने 18 गेंदों में 43 रन बनाए थे और अपनी टीम को एक गेंद शेष रहते हुए फ़ाइनल में पहुंचाया था। महमूदुल्लाह ने इस पारी को अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया।
2019 में महमूदुल्लाह बांग्लादेश की टी20 टीम के कप्तान भी बने और 2021 टी20 विश्व तक यह ज़िम्मेदारी संभाली। 2021 टी20 विश्व कप में ख़राब प्रदर्शन के बाद उन्हें कप्तानी से हटना पड़ा था। इसके बाद उन्हें 2022 के टी20 विश्व कप में जगह नहीं मिली। महमूदउल्लाह को वनडे विश्व कप में शानदार रिकॉर्ड के लिए भी जाना जाता है और उनके नाम 2015 के विश्व कप में लगातार दो शतक का रिकॉर्ड है। कुल मिलाकर उनके नाम 22 पारियों में 52.44 की औसत और तीन शतकों की मदद से 944 वनडे विश्व कप रन हैं।
38 साल के इस ऑलराउंडर ने 2007 में अतंर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। उनके नाम 139 टी20 में आठ अर्धशतकों की मदद से 2395 रन जबकि 27.35 की औसत से 40 विकेट है। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 50 टेस्ट में पांच शतकों की मदद से 2914 रन और 43 विकेट तथा वनडे क्रिकेट में उनके नाम चार शतकों की मदद से 5386 रन और 82 विकेट हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 10,000 रन, 100 विकेट और 100 कैचों का रिकॉर्ड बनाने वाले वह कुछ दुर्लभ ऑलराउंडर्स में से एक हैं। 2018 के निदहास ट्रॉफ़ी के दौरान उन्होंने 18 गेंदों में 43 रन बनाए थे और अपनी टीम को एक गेंद शेष रहते हुए फ़ाइनल में पहुंचाया था। महमूदुल्लाह ने इस पारी को अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया।
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Article Source: IANS