पाकिस्तान के खिलाफ टीम के प्रदर्शन से खुश रोहित
न्यूयॉर्क की पिच बल्लेबाजी के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। टूर्नामेंट में खेले गए यहां सभी मुकाबले लो स्कोरिंग रहे हैं, जिसमें रविवार को भारत और पाकिस्तान का मुकाबला भी शामिल है।
टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए सिर्फ 119 रन बनाए। वैसे तो टी20 फॉर्मेट के लिए यह रन बहुत कम हैं, लेकिन इस पिच पर ये रन भी पाकिस्तान के लिए काफी रहे।
टीम इंडिया की जबरदस्त गेंदबाजी के आगे पाकिस्तान से ये रन भी नहीं बन पाए और उसे लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा, "इस पिच को ध्यान में रखकर हमें लगा 140 रन का स्कोर अच्छा रहेगा और गेंदबाजी लाइन अप के साथ हमें खुद पर पूरा भरोसा था।
"पिछले दो मुकाबले को देखकर हमें पता था कि यह चुनौतीपूर्ण पिच है। इसलिए 140 रन एक मजबूत टोटल होता और हमें अपने गेंदबाजों पर भरोसा था कि वो अपना काम बखूबी करेंगे। लेकिन टीम के कभी हार न मानने वाले रवैये के कारण हमने 119 रन का भी सफलतापूर्वक बचाव किया।"
जब पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने मैच में भारत के लिए मुश्किलें बढ़ा दी थी और लगा कि मैच भारत से दूर जा रहा है, तब कप्तान रोहित ने अपने खिलाड़ियों को एक खास स्पीच दी जिसने टीम के खिलाड़ियों में जोश भर दिया।
रोहित ने कहा, "जब वे बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हमने सभी को एक साथ बुलाया और कहा कि अगर यह हमारे साथ हो सकता है, तो यह उनके साथ भी हो सकता है। सभी का थोड़ा-बहुत योगदान बहुत बड़ा अंतर पैदा कर सकता है।"
ऋषभ पंत के 31 गेंदों पर 42 रन के शीर्ष स्कोर के बाद, भारत ने चुनौतीपूर्ण न्यूयॉर्क पिच पर 19 ओवरों में केवल 119 रन बनाए।
रोहित ने स्वीकार किया कि उनकी टीम ने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और कुल स्कोर में 15-20 रन कम रह गए। उन्होंने मुश्किल विकेट पर हर रन के महत्व पर जोर दिया।
रोहित ने कहा, "मुझे लगता है कि हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। 10 ओवर के बाद जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हम अच्छी स्थिति में थे - हम 80 रन पर 1 विकेट खो चुके थे, लेकिन यहां से हम लड़खड़ा गए।
एक समय भारत का स्कोर 89 पर चार विकेट था और लग रहा था कि 140 रन तक भारत पहुंच जाएगा, लेकिन मध्य ओवरों में नसीम शाह और मोहम्मद आमिर ने भारतीय टीम की कमर तोड़ दी। भारत ने मात्र 30 रन जोड़कर आखिरी सात विकेट गंवा दिए।
भारत का अगला मैच 12 जून को न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में सह-मेजबान यूएसए से होगा।