वेस्टइंडीज़ को अमेरिका से रहना होगा सावधान (प्रीव्यू)
वेस्टइंडीज़ के ओपनर ब्रैंडन किंग को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी करते हुए साइड स्ट्रेन हुआ था। इसके बाद वह रिटायर्ड हर्ट हो गए थे और फ़ील्डिंग के लिए भी मैदान में नहीं आए थे। उनका इस मैच से बाहर होना लगभग तय है, लेकिन उनकी जगह कौन लेगा यह अब तक साफ़ नहीं हुआ है। अमेरिका भी अपने नियमित कप्तान मोनांक पटेल को मिस कर रही है, जो चोट के कारण लगातार बाहर चल रहे हैं।
वेस्टइंडीज़ ने लीग चरण में लगातार चार मैच जरूर जीते थे, लेकिन सुपर 8 में उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हार उनके लिए चिंतानजक है क्योंकि इस मैच में उनकी गेंदबाज़ी एकदम फीकी नजर आई थी। बल्लेबाज़ों ने भी मैच को अच्छे से फ़िनिश करने में ख़ुद को असफल पाया था। हालांकि, इसके बाद भी वेस्टइंडीज़ इस मैच में वापसी करने की पूरी कोशिश करेगी।
अमेरिका के लिए पिछले कुछ महीने अदभुत रहे हैं और उन्होंने लगातार दिग्गज़ों को चौंकाया है। बांग्लादेश को टी20 सीरीज़ में हराने के बाद टी20 विश्व कप के ग्रुप चरण में पाकिस्तान और कनाडा को मात देने वाली अमेरिका सुपर 8 में भी उलटफेर करने की कोशिश में है। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भले ही पहला मैच उन्होंने गंवाया था, लेकिन वे मैच को काफ़ी क़रीब ले गए थे।
अमेरिका के लिए एंड्रियास गौस और सौरभ नेत्रवलकर अहम खिलाड़ी हो सकते हैं। गौस ने चार पारियों में 60.66 की औसत और लगभग 147 की स्ट्राइक-रेट से 182 रन बनाए हैं और टूर्नामेंट में दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। बाउंसर और फुलटॉस का उन्होंने पूरा लाभ लिया है। जहां बाउंसर पर उनकी स्ट्राइक-रेट 328.6 की है तो वहीं फुलटॉस पर उन्होंने 271.4 की स्ट्राइक-रेट से रन बनाए हैं।
बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ सौरभ नेत्रवलकर ने पावरप्ले में शानदार गेंदबाज़ी की है और अपनी टीम को शुरुआती विकेट दिलाए हैं। इस टूर्नामेंट में पावरप्ले में उन्होंने 54 गेंद डाली हैं जिसमें 66.6 प्रतिशत गेंदें गुड लेंथ (6-8 मीटर) पर गिरी हैं। यह इस टूर्नामेंट में किसी गेंदबाज़ का सर्वश्रेष्ठ है।
वेस्टइंडीज़ के कप्तान रोवमन पॉवेल ऐसे कैमियो खेल रहे हैं जिससे मैच का परिणाम बदल जाए। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने केवल 17 गेंदों में 36 रन बना दिए थे। इस दौरान उन्होंने पांच छक्के लगाए थे, जो टी20 विश्व कप में बिना चौके लगाए एक पारी में संयुक्त रूप से लगाए गए सर्वाधिक छक्के हैं। पॉवेल के छक्के लगाने की यही ताकत उन्हें खतरनाक बल्लेबाज़ बनाती है। स्पिनर्स के ख़िलाफ़ वह लगभग हर 11वीं और तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ लगभग हर 10वीं गेंद पर छक्का लगाते हैं।
टीमें
वेस्टइंडीज़: रोवमन पॉवेल (कप्तान), अल्ज़ारी जोसेफ़ (उपकप्तान), जॉनसन चार्ल्स, रॉस्टन चेज़, शिमरॉन हेटमायर, शमार जोसेफ़, ब्रैंडन किंग, निकोलस पूरन (विकेटकीपर), शाई होप, आंद्रे रसेल, रोमारियो शेफ़र्ड, ओबेद मकॉए, अकील हुसैन, गुडाकेश मोती, शर्फ़ेन रदरफ़ोर्ड
अमेरिका: मोनांक पटेल (कप्तान), एरन जॉन्स, एंड्रियास गौस, कोरी एंडरसन, अली ख़ान, हरमीत सिंह, जस्सी सिंह, मिलिंद कुमार, निसार्ग पटेल, नितीश कुमार, नॉस्थुश केनजिगे, सौरभ नेत्रवलकर, शेडली वान स्कालवीक, स्टीवन टेलर, शयन जहांगीर