'टॉस हारना सौभाग्य की बात है', आखिर कप्तान मार्करम ने ऐसा क्यों कहा?
इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। लेकिन उनका यह फैसला उस पर भारी पड़ गया और पूरी टीम स्कोर बोर्ड पर 11.5 ओवरों में मात्र 56 रन जोड़कर पवेलियन लौट गई।
जवाब में, क्विंटन डी कॉक (5) के शुरुआती विकेट के बावजूद रीजा हेंड्रिक्स (नाबाद 29 रन) और एडेन मार्कराम ( नाबाद 23 रन) की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने 9 ओवर के अंदर यह लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया, जिससे वे पहली बार पुरुष विश्व कप फाइनल में पहुंच गए।
मैच के बाद मार्कराम ने कहा, "अच्छा लग रहा है। यह केवल कप्तान ही नहीं है जो आपको यहां तक पहुंचाता है, यह पूरी टीम का प्रयास है। पर्दे के पीछे भी बहुत सारे लोग हैं। टॉस हारना सौभाग्य की बात है, हम भी पहले बल्लेबाजी ही करते।
"हमने गेंद के साथ शानदार प्रदर्शन किया। इस मैच में गेंदबाज हमारे लिए अविश्वसनीय रहे। बल्लेबाजी के लिए यह पिच चुनौतीपूर्ण थी। हमें थोड़ी किस्मत का साथ मिला और फिर हमने थोड़ी साझेदारी से जीत दर्ज की।"
जेनसन को मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने टीम के गेम प्लान की सराहना की और अपने कप्तान की भी प्रशंसा की।
तेज गेंदबाज ने कहा, हम सिर्फ अपने गेम प्लान पर फोकस कर रहे थे। पिच से मदद मिल रही थी और हम बस उसका पूरा फायदा उठाना चाहते थे।
यह जीत दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है। अब उसका मुकाबला खिताबी जंग में भारत बनाम इंग्लैंड सेमीफाइनल-2 के विजेता से 29 जून को होगा।