जानें टी-20 वर्ल्ड कप का बिजनेस मॉडल, टीम इंडिया हारी फिर भी ICC देगा 1 लाख 20 हजार डॉलर

Updated: Thu, Oct 27 2022 16:42 IST
Cricket Image for T20 World Cup 2022 Prize Money Business Model Of T20 World Cup (T20 World Cup Business Model)

T20 World Cup 2022 prize money: फैंस के मन में अक्सर ये सवाल उठता है कि टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान सबसे ज्यादा पैसे कौन कमाता है। आईसीसी या विनिंग टीम या जो लोग इस टूर्नामेंट को ऑर्गेनाइज कर रहे हैं या जिस देश में ये हो रहा है आखिर टी-20 वर्ल्ड कप से सबसे ज्यादा फायदा किसे और कैसे होता है? क्या आप इस बात को मानेंगे कि टीम इंडिया अगर टी-20 वर्ल्ड कप 2022 से बाहर भी होती है तो भी आईसीसी उसे 1 लाख 20 हजार डॉलर प्राइज मनी तो देगा ही देगा।

इस आर्टिकल के माध्यम से हम समझने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार टी-20 वर्ल्ड कप का बिजनेस मॉडल कैसे काम करता है। शुरुआत प्राइज मनी से ही करते हैं। जो टीम इस वर्ल्ड को जीतेगी उसे 1.6 मिलियन डॉलर कैश प्राइज मनी मिलेगी। जो टीम फाइनल तक का सफर तय करेगी यानी रनर्स अप होगी उसे 8 लाख डॉलर मिलेंगे।

वहीं 2 सेमीफाइनलिस्ट टीम को 4 लाख डॉलर कैश प्राइज मनी मिलेगी। इसके अलावा हर टीम जो सुपर-12 के दौरान कोई भी मैच जीतेगी उसे हर मैच जीतने पर 40 हजार डॉलर इनाम मिलेगा। यही वजह है कि भारत अगर सुपर-12 में 3 मैच भी जीता पाती है तो फिर उसे 1 लाख 20 हजार डॉलर मिल जाएंगे। 

कुल मिलाकर टोटल 5.6 मिलियन डॉलर प्राइज मनी है जो इस वर्ल्ड कप के दौरान दी जानी है। इस प्राइज मनी का खर्चा आईसीसी उठाएगा। इस खर्चे के अलावा आईसीसी ही अंपायर से लेकर वर्ल्ड कप के आयोजन में तमाम चीजों के लिए खर्चा करता है। अब सवाल उठता है कि आईसीसी के पास खर्चा करने के लिए इतना पैसा कहां से आता है?

बता दें कि ब्रॉडकास्टिगं राइट से आईसीससी सबसे ज्यादा पैसे कमाती है। फिलहाल 2023 तक आईसीसी की डील स्टार स्पोर्ट्स के साथ है। स्टार स्पोर्ट्स आईसीसी के इवेंट को टीवी पर दिखाएगा इसके बदले उन्होंने आईसीसी को 1.98 बिलियन डॉलर तकरीबन 14 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। इसके अलावा आईसीसी स्पॉन्सर से भी पैसे कमाती है जैसे- ओपो, MRF आदि ये सब स्पॉन्सर हैं जो अपने-अपने विज्ञापन दिखाने के लिए पैसे देते हैं।

अब सवाल उठता है कि होस्ट नेशन को क्या फायदा होता है। इस सवाल का सीधा-सीधा जवाब दे पाना थोड़ा सा मुश्किल है क्योंकि इसको कैल्कुलेट करने में थोड़ा पंगा है। मोटा-मोटा समझें टूरिज्म का पैसा तो आता ही है इसके अलावा जिस देश में वर्ल्ड कप हो रहा है वहां कि स्टेबिलिटी भी बढ़ती है। 

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मतलब अगर आप इतना बड़ा इवेंट सक्सेफुली आर्गेनाइज कर पाते हैं तो आपकी सॉफ्ट पावर बढ़ेगी और लोग आपके देश में इनवेस्ट करना चाहेंगे। आपके देश की जीडीपी में सुधार होगा विश्व स्तर पर आपके देश का प्रचार होगा।

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