टीम इंडिया की इंग्लैंड में करना चाहेगी सकारात्मक शुरूआत
लीसेस्टर/नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। इंग्लैंड के 2011 दौर की कड़वी यादों को भुलाने के इरादे के साथ भारतीय टीम गुरुवार से यहां जब तीन दिवसीय अभ्यास क्रिकेट मैच में लीसेस्टरशर का सामना करेगी तो उसकी नजरें ढाई महीने लंबे दौरे की सकारात्मक शुरुआत करने पर टिकी होंगी। महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली भारतीय टीम पांच टेस्ट, पांच वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए पिछले हफ्ते लंदन पहुंच गई।
टीम इंडिया इंग्लैंड के पिछले दौरे पर जीत के लिए तरसती रही थी। इस दौरान धोनी की टीम को टेस्ट शृंखला में 0-4 के क्लीनस्वीप का सामना करना पड़ा जबकि उसने पांच मैचों की वनडे शृंखला 0-3 से गंवाई। इसके अलावा टीम को एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड के पिछले दौर पर भारतीय टीम में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और कप्तान धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद थे, लेकिन इसके बावजूद टीम जीत से वंचित रही। इस बार हालांकि टीम इंडिया की नजरें विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे युवा खिलाड़ियों पर होगी।
भारतीय टीम ने अभी इंग्लैंड पहुंचने के बावजूद वहां सुर्खियां नहीं बटोरी हैं। इंग्लैंड पर इस समय फीफा वर्ल्डकप का बुखार चढ़ा है फिर भले ही उसकी टीम फुटबॉल के महाकुंभ से बाहर क्यों न हो गई हो। इसके अलावा श्रीलंका के हाथों इंग्लैंड की घरेलू टेस्ट शृंखला की पहली हार भी खूब सुर्खियां बनी हैं। इंग्लैंड के श्रीलंका को श्रृंखला गंवाने का फायदा धोनी और उनकी युवा टीम को मिल सकता है, क्योंकि इससे मेजबान टीम का आत्मविश्वास कुछ कम हुआ होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द/अनूप