दूसरे अभ्यास मुकाबले में भी बेदम साबित हुई टीम इंडिया की गेंदबाजी
लंदन/नई दिल्ली, 02 जुलाई (हि.स.)। इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे अभ्यास मुकाबले में में भी निराश किया । इस मैच में भी भारतीय गेंदबाज़ी धज्जियां उड़ गई । ऐसे में अब सवाल खड़ा हो गया है कि इस बेजान अटैक के बूते क्या टीम इंडिया वर्ष 2011 में मिली मात का बदला इंग्लैंड से लेने में कामयाब होगी।
डर्बीशर के खिलाफ अभ्यास मुकाबले में भी भारतीय गेंदबाज़ों का हाल बेहाल दिख रहा है। लीस्टरशर के बाद इस आखिरी अभ्यास की अग्निपरीक्षा में भी भारतीय गेंदबाज़ नहीं दिखा सके कोई करिश्मा । लिहाजा अब बड़ा सवाल है कि कैसे इंग्लिश सरज़मीं पर बदलेगी की हार की तस्वीर, कैसे वसूला जाएगा लगान, क्योंकि भारतीय अटैक अभी भी इंग्लिश कंडीशंस में लय पाने के लिए जूझ रही है।
हालांकि भारतीय गेंदबाज डर्बीशर को शुरुआती झटके देने में जरुर कामयाब रहे, लेकिन इस लय को वो नहीं रख सके। पहले दिन के खेल में धोनी ने शमी को छोड़ छह तेज गेंदबाज़ों को इम्तिहान की कसौटी पर कसा, लेकिन इन छह स्पीडस्टार्स में से सिर्फ पंकज सिंह, ईश्वर पांडे और स्टुअर्ट बिन्नी को मिला 1-1 विकेट। लेकिन इन तीनों से कहीं अनुभवी ईशांत शर्मा, भुवनेश्वर और वरुण एरॉन की तिकड़ी नहीं जमा सकी पंच और नहीं चटका सकी कोई विकेट।
इधर स्पिन अटैक में जडेजा का जरूर जलवा दिखा। जडेजा ने 11 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके, लेकिन जडेजा के जोड़ीदार आर. अश्विन एक बार फिर रहे बैरंग। लिहाजा भारतीय गेंदबाज़ों के नकारा शो की वजह से डर्बीशर ने कूट दिए 90 ओवर में 5 विकेट पर 326 रन। वैसे ये पहला मौका नहीं है, जब आगाज से पहले इस तरह भारतीय गेंदबाज़ों की बत्ती हुई है गुल। लीस्टरशर के खिलाफ पहले प्रैक्टिस मैच में भी भारतीय अटैक बेजान रहा था। लीस्टरशर के खिलाफ भारतीय गेंदबाज़ों ने लगभग छह की औसत से 349 रन लुटा दिए थे। साफ है गेदबाजों का ये बेजान प्रदर्शन इस बात की ओर साफ इशारा कर रहा है कि इंग्लैंड के सीमिंग कंडीशंस में किस कदर दिशाहीन दिख रही है भारतीय गेंदबाज़ी लाइनअप और असली इम्तिहान से पहले कप्तान धोनी शायद यही सोच रहे होंगे कि क्या इस पिटते अटैक के भरोसे नैय्या हो पाएगी पार।
हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द