अंबाती रायडू के अलावा वो 3 क्रिकेटर्स जिन्होंने सेलेक्टर्स पर सरेआम साधा निशाना
भारत में हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेले लेकिन भारतीय टीम में इतना कम्पीटिशन है कि हर किसी का ये सपना पूरा होना मुमकिन नहीं है। कई खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेलना डिज़र्व भी करते हैं लेकिन या तो उन्हें नजरअंदाज़ कर दिया जाता है या तो बहुत देर से टीम इंडिया में मौका दिया जाता है। कई खिलाड़ी अपनी निराशा सोशल मीडिया के जरिए जाहिर कर देते हैं लेकिन कुछ ऐसा नहीं कर पाते हैं। तो चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम उन तीन खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने सेलेक्शन ना होने पर सरेआम सेलेक्टर्स पर अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए निशाना साधा।
1. पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में शतक लगाकर धमाकेदार तरीके से की थी। हालांकि, घरेलू क्रिकेट और फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट में उन्होंने जो किया, उसने फैंस का काफी ध्यान खींचा। लिस्ट ए में शॉ का रिकॉर्ड काफी शानदा रहा और उनका औसत 50 से अधिक का है, जब बड़े नामों को आराम दिया गया तो शॉ को दूसरी टीम इंडिया में भी नहीं चुना गया जो हर किसी की समझ से परे था। शॉ भी आयरलैंड और जिम्बाब्वे दौरे पर ना होने के बाद काफी निराश थे जिसके बाद उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट की और सेलेक्टर्स पर तंज कसा। उन्होंने लिखा, "उनकी बातों पर भरोसा मत करो, उनके कामों पर भरोसा करो, क्योंकि उनके काम साबित करेंगे कि शब्द अर्थहीन क्यों हैं।"
2. राहुल तेवतिया
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलते हुए राहुल तेवतिया ने कुछ यादगार प्रदर्शन किए हैं। इस हरफनमौला खिलाड़ी ने अपने बल्ले से कई ऐसी पारियां खेली जिससे वो रातों-रात स्टार बन गए। चाहे वो वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेल्डन कॉटरेल के एक ओवर में 30 रन बनाने हों या ओडियन स्मिथ के खिलाफ मैच की आखिरी दो गेंदों पर दो छक्के हों, तेवतिया ने चमत्कार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद तेवतिया उम्मीद कर रहे थे कि उन्हें आयरलैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में शामिल किया जाएगा लेकिन सेलेक्टर्स ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया जिसके बाद तेवतिया ने अपनी नाराजगी ट्विटर के जरिए बयां की। तेवतिया ने ट्वीट करते हुए लिखा, उम्मीदें रखना दुख देता है।
3. रोहित शर्मा
रोहित शर्मा शायद एक ऐसा नाम है जिसे आप इस सूची में देखने की उम्मीद नहीं कर रहे होंगे, लेकिन ये सच है क्योंकि मौजूदा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को भी उस स्थिति से गुजरना पड़ा है, जो भारतीय क्रिकेट में इस समय कुछ प्रतिभाशाली युवाओं की हो रही है। रोहित 2007 टी20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे और उसी साल आयरलैंड के खिलाफ 50 ओवर के प्रारूप में पदार्पण भी किया था। हालांकि, जब 2011 विश्व कप टीम का ऐलान किया गया तो इस लिस्ट में उनका नाम नहीं था। इसका एक बड़ा कारण ये था कि वो उस समय मध्य क्रम के बल्लेबाज थे और टीम में कोई जगह नहीं थी क्योंकि एमएस धोनी, युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे दिग्गजों ने उस स्थिति में टीम में अपनी जगह पक्की कर ली थी।
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भारत के लिए 60 से अधिक मैच खेलने के बावजूद विश्व कप टीम में जगह बनाने से चूकने के बाद, रोहित ने अपनी निराशा व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। रोहित ने उस समय अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, "वास्तव में विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं बनने से सच में निराश हूं। मुझे यहां से आगे बढ़ने की जरूरत है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो ये एक बड़ा झटका था, कोई विचार देना चाहेगा।"